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उपचुनाव वोटिंग: दिल्ली में केजरीवाल का टेस्ट, गोवा में पर्रिकर की दांव पर साख

देश के 3 राज्यों में 4 विधानसभा सीटों पर बुधवार को उपचुनावों के दौरान वोटिंग की जा रही है। इसमें दिल्ली की बवाना सीट, गोवा की पणजी और वालपोई सीट के साथ आंध्रप्रदेश की नंदयाल में उपचुनाव हो रहे हैं।

Updated on: 23 Aug 2017, 03:54 PM

New Delhi:

दिल्ली, आंध्र प्रदेश और गोवा के 4 विधानसभा सीटों पर बुधवार को उपचुनावों के लिए वोटिंग जारी है। दिल्ली की बवाना, गोवा की पणजी-वालपोई और आंध्रप्रदेश की नंदयाल सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं।

दिल्ली की बवाना सीट के लिए हो रहे उपचुनाव के लिए दोपहर तीन बजे तक 35.44% वोटिंग हुई है।

दिल्ली में आप पार्टी का पूरा जोर

दिल्ली की बवाना सीट पर आम आदमी पार्टी ने अपना पूरा जोर लगा दिया है। पार्टी इसे अपनी साख से जोड़ते हुए देख रही है। 

आम आदमी पार्टी के विधायक वेद प्रकाश द्वारा मार्च में पार्टी छोड़ने और भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के लिए पद से इस्तीफा देने के बाद बवाना में उपचुनाव हो रहे हैं।

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वेद प्रकाश अब आप के उम्मीदवार रामचंद्र के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं, जो प्रसिद्ध पूर्वाचली चेहरा हैं। कांग्रेस ने इस सीट पर तीन बार विधायक रहे सुरेंद्र कुमार को चुनावी मैदान में उतारा है।

गोवा में पर्रिकर भी मैदान में

गोवा की दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान जारी है। मतदान बुधवार सुबह आठ बजे से शुरू हुआ है।

पूर्व रक्षा मंत्री और गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर कांग्रेस के गिरीश चोडंकर और गोवा सुरक्षा मंच के आनंद शिरोडकर के खिलाफ पणजी विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं।

वहीं, वालपोई में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ओर से विश्वजीत राणे चुनावी मैदान में हैं, जिनके सामने कांग्रेस विधायक रवि नायक के बेटे रॉय नायक हैं।

पणजी सीट पर उपचुनाव बीजेपी विधायक सिद्धार्थ कुनसोलियंकर और वालपोई में कांग्रेस विधायक राणे के इस्तीफा देने के बाद हो रहे हैं।

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आंध्रप्रदेश में वीवीपीएटी का इस्तेमाल

आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में नांदयाल विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव के तहत बुधवार को मतदान हो रहे हैं। यहां सुबह सात बजे मतदान शुरू हो गया, जो शाम छह बजे तक चलेगा।

इस सीट से मुख्य मुकाबला तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) और वाईएसआर कांग्रेस के बीच है। इस चुनाव के लिए 2.19 लाख से अधिक मतदाता मतदान करने के योग्य हैं। इसके लिए 255 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।

इस सीट के लिए उपचुनाव विधायक भुमा नागी रेड्डी के निधन के बाद हो रहे हैं, जो पिछले साल वाईएसआर कांग्रेस को छोड़कर सत्ताधारी तेदेपा में शामिल हो गए थे।

चुनाव मैदान में कुल 15 उम्मीदवार हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला तेदेपा और वाईएसआर कांग्रेस के बीच माना जा रहा है। तेदेपा ने भुमा के रिश्तेदार ब्राह्मणंदा रेड्डी को मैदान में उतारा है, जबकि वाईएसआर कांग्रेस की ओर से सिल्पा मोहन रेड्डी मैदान में हैं। वहीं, कांग्रेस के उम्मीदवार अब्दुल खादर हैं।

तेदेपा और वाईएसआर कांग्रेस, दोनों ने इस सीट को जीतने के लिए धुआंधार प्रचार अभियान चलाया। तेदेपा की ओर से जहां स्वयं मुख्यमंत्री व पार्टी अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में प्रचार किया गया, वहीं वाईएसआर कांग्रेस ने पार्टी अध्यक्ष वाई.एस. जगनमोहन रेड्डी के नेतृत्व में अभियान चलाया।

वहीं, कांग्रेस का आरोप है कि उक्त दोनों पार्टियों ने चुनाव प्रचार पर बहुत अधिक खर्च किया है। पर्यवेक्षकों का मानना है कि यह अब तक सबसे खर्चीला उपचुनाव हो सकता है। इस सीट के लिए हो रहे उपचुनाव की मतगणना 28 अगस्त को होगी।