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भारत को तोड़ने की कोशिश करना और अफजल गुरू का समर्थन करने वाला राष्ट्र विरोधी: किरण रिजिजू

रिजिजू ने कहा बोलने की आजादी की आड़ में कुछ छात्र भारत को तोड़ने की कल्पना में डूबे रहते हैं।

Updated on: 26 Feb 2017, 03:57 PM

highlights

  • केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने कहा भारत को तोड़ने की ख्वाहिश रखने वाला और अफजल का समर्थन राष्ट्र विरोध
  • रिजिजू ने कहा बोलने की आजादी की आड़ में भारत विरोधी नारे लगाने की इजाजत नहीं दी जा सकती

New Delhi:

दिल्ली यूनिवर्सिटी के रामजस कॉलेज में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और आईसा के छात्रों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि किसी व्यक्ति के पास राष्ट्रवाद को पारिभाषित करने का अधिकार नहीं है लेकिन जो कोई भी भारत को तोड़ना चाहता है और आतंकियों का समर्थन करता है उसे 'राष्ट्रविरोधी' कहा जा सकता है।

रिजिजू ने कहा बोलने की आजादी की आड़ में कुछ छात्र भारत को तोड़ने की कल्पना में डूबे रहते हैं। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा, 'किसी व्यक्ति के पास राष्ट्रवाद को पारिभाषित करने का अंतिम अधिकार नहीं है लेकिन कोई व्यक्ति जो भारत को तोड़ना चाहता है और अफजल गुरू का समर्थन करता है, वह राष्ट्रविरोधी है।'

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संसद पर हमला मामले में गुरू को फांसी दी गई थी। रिजिजू ने कहा कि उनका जन्म अरुणाचल प्रदेश के वैसे गांव में हुआ, जिसे 1962 के दौरान चीन ने कुछ दिनों के लिए कब्जा लिया था।

उन्होंने कहा, 'मैं भारत की हिफाजत के प्रण के साथ बड़ा हुआ, जैसा कि हर अरुणाचल प्रदेश का निवासी करता है। अगर भारत देश के तौर पर नहीं बना रहा तो फिर स्वतंत्रता का क्या मतलब होगा।'

गुरूवार को रिजिजू ने कहा था बोलने की आजादी की आड़ में कॉलेज के कैंपस को राष्ट्रविरोधी गतिविधियों का अड्डा नहीं बनने दिया जा सकता। उन्होंने कहा कि बोलने की आजादी के नाम पर भारत विरोधी नारे लगाने की इजाजत नहीं दी जा सकती।

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