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रमजान में न जाए किसी कश्मीरी की जान इसलिए सीजफायर का लिया फैसला: राजनाथ सिंह

जम्मू-कश्मीर आतंकवाद की बढ़ती घटनाओं के बाद भी भारत सरकार ने रमजान के दौरान एकतरफा सीजफायर का ऐलान क्योंकि किया इस पर आज गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने एक कार्यक्रम के दौरान सफाई दी।

Updated on: 26 May 2018, 11:39 AM

नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की बढ़ती घटनाओं के बाद भी भारत सरकार ने रमजान के दौरान एकतरफा सीजफायर का ऐलान क्यों किया इस पर आज गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने एक कार्यक्रम के दौरान सफाई दी।

राजनाथ सिंह ने कहा, 'यह फैसला बहुत सोच समझकर लिया गया है। मैं समझता हूं कि कश्मीर भी हमारा है और कश्मीरी भी हमारे हैं। रमजान का पावन महीना बिना किसी लोकल व्यक्ति की मौत के ठीक तरह से बीत जाए इसलिए यह फैसला लिया गया है।'

उन्होंने कहा, 'ऐसा नहीं है कि सीजफायर के दौरान अगर आतंकी हमला करते हैं तो सेना के जवान हाथ बांधकर बैठे रहेंगे। आज ही 5 आतंकी मारे गए हैं। यह कोई जरूरी नहीं कि आतंकवादी आपके हर फैसले का समर्थन करेंगे।'

हिन्दी न्यूज चैनल आज तक के एक कार्यक्रम में जब उनसे पूछा गया कि क्या सुरक्षाबलों की कार्रवाई से पाकिस्तान ने कोई सबक सीखा है? इसके जवाब में उन्होंने कहा पाकिस्तान ने अब तक कोई सबक नहीं सीखा है लेकिन हालात ऐसे ही रहे तो भविष्य में वो सबक जरूर सीखेगा।

गृह मंत्री सिंह ने कहा, पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय समुदाय के बीच आतंकवाद को पनाह देने वाली जगह के रूप में उजागर हो चुका है।

गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सीजफायर के फैसले का समर्थन करते हुए कहा, भारत में रहे पाकिस्तानी मुस्लिम लोगों की उम्मीद को भी पाकिस्तान ने तोड़ दिया है। उन्हें उम्मीद थी कि पाकिस्तान की तरफ से भी ऐसा ही किया जाएगा लेकिन सीमा पर लगातार गोलीबारी कर पाकिस्तान ने अपने ही देश के लोगों की उम्मीदों को तोड़ दिया।

गौरतलब है कि रमजान के दौरान जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार से अपील की थी कि रमजान के दौरान भारत एकतरफा सीजफायर का ऐलान करे जिसे सरकार ने बाद में कुछ सशर्तों के साथ मान लिया था।