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10 साल की रेप पीड़ित बच्ची का बनाया स्केच ही बना सबूत, कोर्ट ने सुनाई 5 साल की सजा

2 साल पहुले हुई इस घटना में दोषी के खिलाफ आरोप साबित हो पाना मुश्किल था। सुनवाई के दौरान जज ने स्केच को सबूत माना और 5 साल की सजा सुनाई।

Updated on: 14 Jun 2017, 12:55 PM

नई दिल्ली:

एक स्केच ने रेप के आरोपी को कोर्ट में सजा दिलाने में अहम सबूत साबित हुआ। 2 साल पहुले हुई इस घटना में दोषी के खिलाफ आरोप साबित हो पाना मुश्किल था। सुनवाई के दौरान कोर्ट में जज ने स्केच को सबूत माना और आरोपी को 5 साल की सजा सुनाई।

टाइम्स ऑफ इंडिया की खबरों के मुताबिक बच्ची मूल रूप से कोलकाता की रहने वाली है। जिसकी उम्र मात्र 10 साल है। खबरों के अनुसार उसकी आंटी उसे दिल्ली ले आईं। उस समय बच्ची की उम्र 8 साल थी।

स्केच को देखते ही अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश विनोद यादव ने इसे लड़की की गवाही माना। जिसके बाद आरोपी को सजा सुना दी गई। कोर्ट ने दोषी पर 10,000 रुपये जुर्माना भी लगाया है जबकि लड़की को 3 लाख रुपये फिक्स्ड डिपॉजिट के रूप में मुआवजा देने के आदेश दिए हैं।

उन्होंने फैसला सुनाते हुए कहा, 'अगर इस ड्रॉइंग को तथ्य और केस की परिस्थिति मानी जाए, इससे यह पता चलता है कि उसके कपड़े को उतारकर उसके साथ यौन शोषण हुआ है, इसका उसके दिमाग पर असर हुआ है जो कि सबूत के रूप में पेश हुआ है।'

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जज ने कहा कि यह स्केच उस घटना को बताने के लिए काफी है। जज ने कहा, 'मैं पीड़िता को सक्षम गवाह मानता हूं।' लड़की को नवंबर 2014 में बस में पाया गया था।

आंटी के घर रहने के दौरान उसके अंकल ने उसके साथ कई बार रेप किया। जिसके बाद उसे पिछले साल चार जून को गिरफ्तार किया गया, लेकिन उसके वकील ने दलील दी कि लड़की को 'सक्षम गवाह' नहीं माना जा सकता।

इस केस में अहम बदलाव तब आया जब लड़की ने एक स्केच बनाया। मामले की सुनवाई के दौरान उसने पेपर पर ब्लैक कलर के क्रेयॉन से एक खाली घर को स्केच किया, जिसमें एक लड़की हाथ में गुब्बारा लिए थी। उसके पास एक कपड़ा जमीन पर गिरा हुआ था।

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