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ममता बनर्जी ने बज़ट को बताया 'भ्रामक', येचुरी ने कहा 'फुल नौटंकी है'

येचुरी का मानना है कि इस बज़ट से न तो घरेलू उत्पादन बढ़ेगा और न ही युवाओं के लिए रोज़गार बढ़ेगा।

Updated on: 01 Feb 2017, 07:40 PM

नई दिल्ली:

लगभग तमाम विपक्षी दलों ने बज़ट पास होने के बाद से ही इसे निराशाजनक करार दे दिया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस बज़ट को भ्रामक बताया है। बनर्जी का कहना है कि बज़ट बनाने से पहले भविष्य को देखते हुए कोई रोडमैप तैयार नहीं किया गया था और यह केवल आंकड़ों और खोखले शब्दों की बाज़ीगरी है।

वहीं मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने बज़ट को संकुचनकारी, फुल नौटंकी और जुमलो वाला बताया है। येचुरी का मानना है कि इस बज़ट से न तो घरेलू उत्पादन बढ़ेगा और न ही युवाओं के लिए रोज़गार बढ़ेगा।

सीताराम येचुरी ने बज़ट पर अफ़सोस ज़ाहिर करते हुए कहा है कि अब वित्त मंत्री अरुण जेटली भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की तरह 'जुमला' देने लगे हैं।

ममता बनर्जी ने ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया ज़ाहिर करते हुए लिखा है कि, विवादास्पद बज़ट 2017 अनुपयोगी, आधारहीन, मिशनविहीन और क्रियाहीन है। सरकार की ओर से देश के लिए या भविष्य के लिए कोई रोडमैप नहीं रखा गया है और यह सरकार अपनी पूरी विश्वसनीयता खो चुकी है।

उन्होंने कहा, करदाताओं के लिए धन निकासी पर पाबंदी अब भी लागू हैं। तत्काल सारी पाबंदियां हटाई जाएं और नोटबंदी के आंकड़े कहां हैं? भ्रामक आंकड़ों और खोखले शब्दों की बाज़ीगरी से भरा जिसका कोई मलतब नहीं है।


ममता बनर्जी ने पीएम मोदी पर प्रहार करते हुए लिखा है, मोदी बाबू आप अभिमानी हैं और 2016 में नोटबंदी की वजह से मरने वाले 120 लोगों के मौत के ज़िम्मेदार भी।

पश्चिम बंगाल की सीएम ने कहा, 'टैक्स पेयर्स के पैसे निकालने पर अभी भी रोक लगी हुई है। तत्काल सभी रोक हटाने की जरूरत है। नोटबंदी के बाद कितने पैसे आए इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।'