logo-image

उत्तर प्रदेश: धर्मस्थल के गुंबद निर्माण को लेकर अलीगढ़ में सांप्रदायिक तनाव, फायरिंग

अलीगढ़ में धर्मस्थल निर्माण को लेकर सांप्रदायिक तनाव बना हुआ है। इस पूरे विवाद के कारण दो समुदायों के बीच मारपीट, तोड़फोड़, पथराव और फायरिंग से शहर में दहशत है।

Updated on: 20 May 2017, 11:15 AM

नई दिल्ली:

अलीगढ़ में धर्मस्थल निर्माण को लेकर सांप्रदायिक तनाव बना हुआ है। इस पूरे विवाद के कारण दो समुदायों के बीच मारपीट, तोड़फोड़, पथराव और फायरिंग से शहर में दहशत है।

अलीगढ़ में संवेदनशील फूल चौक के पास निर्माणाधीन मस्जिद के गुंबद को लेकर बवाल दोनों समुदायों के बीच तनाव हो गया। मामले को शांत कराने पहुंची पुलिस पर भी एक पक्ष ने पथराव और फायरिंग कर दी। हालांकि स्थिति पर काबू पा लिया गया है। लेकिन माहौल अब भी तनावपूर्ण है।

बीती रात कई बार गोलियों की आवाज भी आई औऱ पथराव कर रहे दोनों समुदाय के लोगों को शांत कराने के लिए पुलिस को आंसू गैस, रबर बुलेट और हवाई फायरिंग तक का सहारा लेना पड़ा।

विवदा की शुरुआत तब हुई जब फूलचौक प्याऊ के पास मस्जिद निर्माण के दौरन पड़ोस के राजकुमार नाम के व्यक्ति ने आपत्ति जताई। उन्होंने मस्जिद में बनाए गुंबद का यह कहते हुए विरोध किया कि उसका कुछ हिस्सा उनके मकान के ऊपर आ रहा है।

और पढ़ें: क्या जाकिर नाइक को सऊदी की नागरिकता मिल गई है?

राजकुमार ने स्वर्णकार कमेटी के अध्यक्ष रवि वर्मा को और शाम को सराफा व्यवसायी और दोनों समुदायों लोग इकट्ठे हो गए।

एसएसपी राजेश पांडे ने कहा है कि स्थिति नियंत्रण में है। लेकिन पुलिस इस संबंध में कोई ढिलाई नहीं बरत रही है। उन्होंने बताया कि इलाके में रैपिड एक्शन टीम की तैनाती कर दी गई है।  

स्थानीय बीजेपी विधायक संजीव राजा ने मौके पर पहुंचकर इस मामले को ये कहकर बढ़ा दिया कि पूरी मस्जिद ही अवैध है। उनके इस बात से तनाव और बढ़ गया।

हालांकि दोनों समुदायों के दावों की जांच कर आगे की कारर्वाई को भरोसा दिलाया गया है। लेकिन इलाके में अब भी तनाव है।

हापुड़ में भी सांप्रदायिक तनाव:

इधर दिल्ली एनसीआर के हापुड़ के देवली गांव में धार्मिकस्थल के पुनरुद्धार को लेकर दो समुदायों के बीच जमकर पथराव और तोडफ़ोड़ में तीन महिला सहित 11 लोग घायल हो गए। दोनोंभावित इलाकों में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर हालात से लखनऊ को अवगत करा दिया है।

और पढ़ें: योगी आदित्यनाथ बोले, अगर RSS नहीं होता तो बंगाल, पंजाब और कश्मीर पाकिस्तान के कब्जे में होता

आईपीएल 10 की हर बड़ी खबर के लिए यहां क्लिक करें