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अमित शाह की पार्टी नेताओं को सलाह, आशांति खत्म करने के लिये घाटी के लोगों के बीच जाएं

अमित शाह ने उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं, नेताओं और मंत्रियों को सलाह दी कि वे खासतौर से घाटी के लोगों के बीच जाएं, ताकि क्षेत्र में लंबे समय से कायम अशांति को खत्म किया जा सके।

Updated on: 30 Apr 2017, 12:15 AM

नई दिल्ली:

मिशन 2019 की तैयारी के तहत पार्टी अध्यक्ष अमित शाह पांच राज्यों के दौरे की शुरुआत जम्मू-कश्मीर की। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं, नेताओं और मंत्रियों को सलाह दी कि वे खासतौर से घाटी के लोगों के बीच जाएं, ताकि क्षेत्र में लंबे समय से कायम अशांति को खत्म किया जा सके।

उन्होंने कहा कि घाटी और जम्मू के बीच किसी भी तरह के हितों का संघर्ष नहीं है।

उन्होंने कहा, "जम्मू और घाटी के बीच कोई हित संघर्ष नहीं है। ये सभी हमारे अपने लोग हैं।"

शाह ने बैठक में कहा, "हमें उनकी समस्याएं जानने के लिए उनके बीच जाना होगा, ताकि उन्हें शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर सुलझाया जा सके।"

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने राज्य के अपने दो दिवसीय दौरे के पहले दिन पार्टी के जिला अध्यक्षों के साथ बैठक की, जहां 2019 के लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा की गई।

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शाह ने बाद में बीजेपी कोर ग्रुप के साथ एक बैठक की, जिसमें जितेंद्र सिंह, बीजेपी महासचिव राम माधव, अविनाश राय खन्ना, अशोक अंबरदार, अशोक कौल और राज्य में बीजेपी के मंत्री व प्रवक्ता शामिल हुए।

बीजेपी के उच्च पदस्थ सूत्रों ने आईएएनएस से कहा कि शाह ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और मंत्रियों से कहा कि वे अपने कार्यालयों से निकल कर जनता के बीच जाएं, खासतौर से घाटी में।

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शाह ने शनिवार को अपना देशव्यापी दौरा जम्मू एवं कश्मीर से शुरू किया। इस दौरे का मकसद 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी की भारी जीत सुनिश्चित कराना है।

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