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World Sleep Day 2024: आज है विश्व नींद दिवस, जाने दुनियाभर में कितनी गंभीर है ये समस्या 

World Sleep Day 2024: विश्व नींद दिवस शुक्रवार, 15 मार्च, 2024 को मनाया जाएगा. यह एक वार्षिक उत्सव है जिसका उद्देश्य नींद के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना है.

Updated on: 15 Mar 2024, 11:39 AM

New Delhi:

World Sleep Day 2024: विश्व नींद दिवस एक वार्षिक कार्यक्रम है जो नींद के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है. यह हर साल मार्च के दूसरे शुक्रवार को मनाया जाता है. 2024 में, विश्व नींद दिवस 15 मार्च को मनाया जाएगा. विश्व नींद दिवस का विषय हर साल बदलता रहता है. 2024 का विषय "स्लीप इक्विटी फॉर ग्लोबल हेल्थ" है. यह विषय नींद की असमानता पर प्रकाश डालेगा, जो दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करती है. विश्व नींद दिवस के दौरान, दुनिया भर में कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. इन आयोजनों में सेमिनार, कार्यशालाएं और स्वास्थ्य मेले शामिल हैं. इन कार्यक्रमों का उद्देश्य लोगों को नींद के महत्व और अच्छी नींद की आदतों को विकसित करने के तरीकों के बारे में शिक्षित करना है.

विश्व नींद दिवस कैसे मना सकते हैं: 

अपनी नींद की आदतों का आकलन करें. क्या आप पर्याप्त नींद ले रहे हैं? क्या आपको सोने या सोते रहने में परेशानी होती है? अच्छी नींद की आदतों को विकसित करने के लिए कदम उठाएं. इसमें एक नियमित नींद का शेड्यूल बनाना, एक आरामदायक नींद का वातावरण बनाना और सोने से पहले कैफीन और अल्कोहल से बचना शामिल है. नींद के महत्व के बारे में दूसरों को शिक्षित करें. अपने परिवार और दोस्तों के साथ विश्व नींद दिवस के बारे में बात करें. नींद स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए आवश्यक है. पर्याप्त नींद लेने से आपको एकाग्र रहने, सीखने और याद रखने, अपनी भावनाओं को नियंत्रित करने और स्वस्थ वजन बनाए रखने में मदद मिल सकती है. विश्व नींद दिवस एक अच्छा अवसर है कि आप अपनी नींद की आदतों का आकलन करें और अपनी नींद को बेहतर बनाने के लिए कदम उठाएं.

दुनिया में नींद की समस्या का आंकड़ा:

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, दुनिया भर में 40% लोग नींद की समस्याओं से पीड़ित हैं. इनमें से 10% लोगों को गंभीर नींद संबंधी विकार हैं, जैसे कि अनिद्रा, स्लीप एपनिया और restless leg syndrome. 

नींद की समस्याएं कई कारणों से हो सकती हैं. तनाव नींद की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है, जिससे सोने में परेशानी और रात में जागना हो सकता है. चिंता भी नींद की समस्याओं का कारण बन सकती है. चिंताग्रस्त लोगों को सोने में परेशानी हो सकती है, और वे रात में बार-बार जाग सकते हैं. अवसाद भी नींद की समस्याओं का कारण बन सकता है. अवसादग्रस्त लोगों को बहुत अधिक या बहुत कम नींद आ सकती है. कुछ चिकित्सीय स्थितियां, जैसे कि मधुमेह, हृदय रोग और थायरॉयड समस्याएं, नींद की समस्याओं का कारण बन सकती हैं. कुछ दवाएं नींद की समस्याओं का कारण बन सकती हैं. खराब जीवनशैली की आदतें, जैसे कि कैफीन का अत्यधिक सेवन, अनियमित नींद का शेड्यूल और व्यायाम की कमी, नींद की समस्याओं का कारण बन सकती हैं. 

नींद की आदतों को कैसे बेहतर बना सकते हैं ये भी जान लें. एक नियमित नींद का शेड्यूल बनाएं और उसका पालन करें. सोने से पहले कैफीन और अल्कोहल से बचें. एक आरामदायक नींद का वातावरण बनाएं. नियमित रूप से व्यायाम करें. तनाव और चिंता को कम करने के लिए तकनीकों का उपयोग करें. अगर आपको नींद की समस्याएं हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करें.

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