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Cardiac Arrest: क्यों होता है कार्डियक अरेस्ट, कैसे करें इसकी पहचान

Cardiac Arrest:कार्डियक अरेस्ट तब होता है जब हृदय अचानक धड़कना बंद कर देता है. यह तब हो सकता है जब हृदय की विद्युत प्रणाली में गड़बड़ी हो, जिससे हृदय अनियमित रूप से धड़कने लगता है या पूरी तरह से धड़कना बंद कर देता है.

Updated on: 20 Feb 2024, 04:19 PM

नई दिल्ली:

Cardiac Arrest: कार्डियक अरेस्ट क्या है?
कार्डियक अरेस्ट तब होता है जब हृदय अचानक धड़कना बंद कर देता है. यह तब हो सकता है जब हृदय की विद्युत प्रणाली में गड़बड़ी हो, जिससे हृदय अनियमित रूप से धड़कने लगता है या पूरी तरह से धड़कना बंद कर देता है. कार्डियक अरेस्ट एक जानलेवा स्थिति है और यदि तुरंत इलाज नहीं किया गया तो इससे मृत्यु हो सकती है.

कार्डियक अरेस्ट के कारण क्या हैं?
कार्डियक अरेस्ट के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

हृदय रोग: हृदय रोग कार्डियक अरेस्ट का सबसे आम कारण है. इसमें कोरोनरी धमनी रोग, हृदय वाल्व रोग और कार्डियोमायोपैथी शामिल हैं.
उच्च रक्तचाप: उच्च रक्तचाप हृदय को नुकसान पहुंचा सकता है और कार्डियक अरेस्ट के खतरे को बढ़ा सकता है.
मधुमेह: मधुमेह हृदय रोग और कार्डियक अरेस्ट के खतरे को बढ़ा सकता है.
धूम्रपान: धूम्रपान हृदय रोग और कार्डियक अरेस्ट के खतरे को बढ़ा सकता है.
मोटापा: मोटापा हृदय रोग और कार्डियक अरेस्ट के खतरे को बढ़ा सकता है.
शराब का सेवन: अत्यधिक शराब का सेवन हृदय रोग और कार्डियक अरेस्ट के खतरे को बढ़ा सकता है.
नशीली दवाओं का उपयोग: कुछ नशीली दवाओं का उपयोग, जैसे कि कोकीन और amphetamines, हृदय रोग और कार्डियक अरेस्ट के खतरे को बढ़ा सकता है.


कार्डियक अरेस्ट के लक्षण क्या हैं?
कार्डियक अरेस्ट के लक्षण अचानक और गंभीर हो सकते हैं. इनमें शामिल हैं:

सीने में दर्द: सीने में दर्द कार्डियक अरेस्ट का सबसे आम लक्षण है. यह दर्द तेज, दबाव या जकड़न जैसा हो सकता है. यह छाती से गर्दन, जबड़े, बांह या पीठ तक फैल सकता है.
सांस लेने में तकलीफ: कार्डियक अरेस्ट से सांस लेने में तकलीफ हो सकती है या सांसें रुक सकती हैं.
चक्कर आना या बेहोश होना: कार्डियक अरेस्ट से चक्कर आना या बेहोश हो जाना हो सकता है.


कार्डियक अरेस्ट का इलाज कैसे किया जाता है?


कार्डियक अरेस्ट का इलाज तुरंत और आक्रामक होना चाहिए. इसमें शामिल हैं:

सीपीआर: कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) एक आपातकालीन प्रक्रिया है जो हृदय और फेफड़ों को काम करने में मदद करती है. सीपीआर में छाती पर दबाव डालना और बचावकर्ता की सांसों को मुंह या नाक से फेफड़ों में डालना शामिल है.
एईडी: एक स्वचालित बाहरी डिफिब्रिलेटर (एईडी) एक उपकरण है जो हृदय को सामान्य लय में वापस लाने के लिए बिजली के झटके का उपयोग करता है.
दवाएं: कार्डियक अरेस्ट का इलाज करने के लिए कई दवाओं का उपयोग किया जा सकता है, जिनमें एड्रेनालाईन, एमियोडेरोन और लीडोकेन शामिल हैं.


कार्डियक अरेस्ट को कैसे रोका जा सकता है?

कार्डियक अरेस्ट को रोकने के लिए आप कई चीजें कर सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
हृदय रोग के जोखिम कारकों को नियंत्रित करना: इसमें उच्च रक्तचाप, मधुमेह, धूम्रपान, मोटापा और शराब का सेवन शामिल है.