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Marburg Virus: मारबर्ग वायरस से 9 लोगों की मौत के बाद WHO का अलर्ट, जानें लक्षण

कोरोना वायरस के बाद अब मारबर्ग वायरस की दहशत दुनिया में बढ़ रही है.

Updated on: 15 Feb 2023, 06:14 PM

highlights

  • कोरोना के बाद मारबर्ग वायरस का बढ़ा खतरा
  • मारबर्ग वायरस को लेकर WHO ने जारी की चेतावनी
  • अफ्रीकी देश में तेजी से फैल रहा संक्रमण

New Delhi:

Marburg Virus: कोरोना महामारी का कहर पूरी दुनिया ने देखा. धीरे-धीरे अब लोग इस विनाशकारी बीमारी से उभर रहे हैं. इस बीच एक और बड़ा खतरा सामने आया है. कोरोना वायरस के बाद अब मारबर्ग वायरस की दहशत दुनिया में बढ़ रही है. क्योंकि इसको लेकर अब विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से भी चेतावनी जारी की गई है. मारबर्ग वायरस के चलते अब तक नौ लोगों की जान जा चुकी है. बताया जा रहा है कि मारबर्ग वायरस की चपेट में आने वाले मरीज की 88 फीसदी मौत होना तय है. यही वजह है कि इसको लेकर हर तरफ हड़कंप मचा है. आइए जानते हैं इससे जुड़ी अहम बातें. 

कहां पर मिला मारबर्ग वायरस
मारबर्ग वायरस का खतरा अफ्रीकी देश में देखने को मिला है. यहां के इक्वेटोरियल गिनी देश में इस घातक वायरस के चलते लोगों में खलबली मची हुई है. बताया जा रहा है कि ये वायरस इलोबा और कोरोा की तरह की घातक और जानलेवा है. 

WHO ने जारी की चेतावनी
मारबर्ग के बढ़ते खतरे के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO ने भी चेतावनी जारी कर दी है. इसको लेकर एक दिन पहले ही डब्ल्यूएचओ ने आपातकालीन बैठक बुलाई थी. इसके बाद अब मारबर्ग वायरस के खतरे के चलते निगरानी बढ़ाए जाने को चेतावनी जारी की गई है. 

कहां से आया वायरस
कोरोना वायरस की तरह मारबर्ग वायरस भी चमगादड़ों से पैदा हुआ है. यही वजह है वैज्ञानिक भी इस वायरस को लेकर खासा परेशान हैं. यही नहीं इस वायरस के लक्षण इबोला से भी काफी मिलते हुए बताए जा रहे हैं. मिली जानकारी के मुताबिक, मारबर्ग वायरस की चपेट में आए व्यक्ति के संपर्क में आते ही ये उसे भी जकड़ में ले लेता है. ऐसे में इस वायरस से संक्रमितों को क्वारंटीन रखना बहुत आवश्यक है. 

क्या है मारबर्ग वायरस के लक्षण?
मारबर्ग वायरस के लक्षण सामान्य बीमारियों से जुड़े हुए हैं. हालांकि प्रमुख लक्षणों की बात करें तो इसमें दस्त, तेज़ बुखार, खून की उल्टी, सिरदर्द शामिल है. इस वायरस की संपर्क में आने पर मल और नाक या फिर मसूड़ों से भी खून निकलने लगता है. ब्लड इस कदर निकलने लगता है कि मरीज तेजी से मौत के मुंह में समाने लगता है. काफी कम वक्त में ही मरीज की मौत हो सकती है. 

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डर किस बात का?
मारबर्ग वायरस के लक्षण और इसकी चपेट में आने पर 88 फीसदी मौत का तय होना ही इसको लेकर डराने के लिए काफी है. इसके अलावा इसकी कोई दवा या वैक्सीन नहीं होने से भी इस वायरस को लेकर दहशत बढ़ रही है.