Health Tips: पुरुषों से अलग होते हैं महिलाओं के हार्ट अटैक के लक्षण, इन संकेतों से करें पहचान
Health Tips: हाल ही में हुए रिसर्च से पता चला है कि पुरुषों और महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण अलग-अलग होते हैं. ये जरूरी नहीं है कि पुरुषों में दिखने वाले लक्षण महिलाओं में भी नजर आएं. आईए उन लक्षणों का बारे में जानते हैं.
नई दिल्ली:
Health Tips: महिलाओं के हार्ट अटैक के लक्षण पुरुषों से थोड़े अलग होते हैं. हार्ट अटैक, या दिल का दौरा, एक जानलेवा मेडिकल स्थिति है जो हार्ट के एक हिस्से की आंतरिक धमनी का बंद हो जाने से होता है, जिसके कारण धमनी के रक्त प्रवाह में रुकाव हो जाता है. यह अक्सर अचानक होता है और गंभीर चेतावनी के संकेतों के साथ आता है, जैसे कि छाती में दर्द, अचानक धड़कन, सांस की कठिनाई, थकान या उत्तेजना. हार्ट अटैक के लिए त्वरित चिकित्सा सहायता की आवश्यकता होती है क्योंकि अक्सर इसके असंवेदनशील चिकित्सा प्रतिक्रिया की जरूरत होती है.
महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण पुरुषों से अलग होते हैं:
यह सच है कि महिलाओं और पुरुषों में हार्ट अटैक के लक्षण अलग-अलग होते हैं. पुरुषों में हार्ट अटैक के लक्षण आमतौर पर सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ और पसीना आना शामिल होते हैं. महिलाओं में, लक्षण अधिक सूक्ष्म हो सकते हैं और उनमें शामिल हो सकते हैं:
सीने में दर्द: यह पुरुषों और महिलाओं दोनों में हार्ट अटैक का सबसे आम लक्षण है. महिलाओं में, दर्द सीने में, गर्दन, कंधे, पीठ या जबड़े में महसूस हो सकता है. यह दर्द तेज या सुस्त हो सकता है और आने और जाने में थोड़ा समय लग सकता है.
सांस लेने में तकलीफ: यह महिलाओं में हार्ट अटैक का एक और आम लक्षण है. सांस लेने में तकलीफ हल्की या गंभीर हो सकती है और यह आराम करने पर भी दूर नहीं हो सकती है.
थकान: महिलाओं को हार्ट अटैक से पहले या बाद में थकान महसूस हो सकती है. यह थकान अत्यधिक हो सकती है और सामान्य गतिविधियों को करना मुश्किल बना सकती है.
चक्कर आना या बेहोशी: महिलाओं को हार्ट अटैक से पहले या बाद में चक्कर आना या बेहोशी महसूस हो सकती है.
अन्य लक्षण: महिलाओं को हार्ट अटैक के दौरान पेट में दर्द, मतली, उल्टी, या पसीना आना भी हो सकता है.
सभी महिलाओं को हार्ट अटैक के समान लक्षण नहीं होंगे. कुछ महिलाओं को केवल कुछ लक्षण हो सकते हैं, जबकि अन्य को सभी लक्षण हो सकते हैं. अगर आपको हार्ट अटैक का कोई भी लक्षण महसूस होता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षणों को अक्सर अन्य स्थितियों के लिए गलत माना जाता है, जैसे कि चिंता या अपच. महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण पुरुषों से अलग होते हैं क्योंकि महिलाओं में हृदय रोग के लिए अलग-अलग जोखिम कारक होते हैं. हृदय रोग के जोखिम कारकों में मधुमेह, उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल, मोटापा, धूम्रपान, शारीरिक निष्क्रियता, और पारिवारिक इतिहास शामिल हैं. हृदय रोग के लिए हार्मोनल परिवर्तन भी एक जोखिम कारक हो सकते हैं, जैसे कि रजोनिवृत्ति या गर्भावस्था. महिलाओं को हार्ट अटैक के बारे में जागरूक होना चाहिए और लक्षणों को अनदेखा नहीं करना चाहिए. यह जानकारी आपको हार्ट अटैक के बारे में जागरूक बनाने और खुद को बचाने में मदद कर सकती है.
यह भी पढ़ें: Healthy Heart: हार्ट को हेल्दी बनाए रखने के 10 तरीके, नहीं होगी कोई समस्या
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