logo-image

National Organ Donation Day: दूसरों को दें नया जीवन, जानें अंगदान से जुड़ी कुछ बातें

भारत में अंगदान की स्थिति ठीक नहीं है। आज राष्ट्रीय अंगदान दिवस है और किसी जरूरतमंद को अंगदान करना महादान माना जाता है।

Updated on: 27 Nov 2017, 04:34 PM

नई दिल्ली:

भारत में अंगदान की स्थिति ठीक नहीं है। आज राष्ट्रीय अंगदान दिवस है और किसी जरूरतमंद को अंगदान करना महादान माना जाता है। हमारे देश में अंगदान के बारे में जागरूकता और ज्ञान की कमी के कारण किसी की जिंदगी बचाने वाले अंगों की बर्बादी होती है।

भारत में अंगदाताओं की कमी के कारण 90 प्रतिशत रोगियों की मृत्यु हो जाती है। भारत में ऑर्गन डोनेशन के आंकड़े चौंका देने वाले है। 

हमारे देश में दो लाख लोगों को अंगों की जरूरत है, लेकिन सिर्फ 3,000 से 4,000 लोगों को ही अंग ट्रांसप्लांट के लिए मिल पाते है।

भारत में अंग दान की स्थिति

भारत में अंग दाताओं की कमी एक गंभीर समस्या है। Donate Life India Organisation ने कुछ कारणों के बारे में बताया है:

* भारत में करीब 1.5 लाख लोग किडनी के इंतजार में है लेकिन सिर्फ चंद लोग ही खुशकिस्मत होते है। 3,000 जरूरतमंदों में से किसी 1 मरीज को ही किडनी मिल पाती है।

*वेटिंग लिस्ट में 90 प्रतिशत लोग अंग के इंतजार में अपना दम तोड़ देते है। आपको बता दें कि अंग ट्रांसप्लांट करने वाले अस्पतालों के पास एक वेटिंग लिस्ट होती है और उसके हिसाब से जिस मरीज का नंबर होता है, उसमें अंग ट्रांसप्लांट किया जाता है। ट्रांसप्लांट करते वक्त मैचिंग के लिए ब्लड ग्रुप और दूसरे कई टेस्ट किए जाते हैं। अगर सब कुछ ठीक हो तो ऑर्गन ट्रांसप्लांट कर दिया जाता है और अगर मैचिंग नहीं होती तो वेटिंग लिस्ट के अगले मरीज के साथ उसे मैच किया जाता है।

*भारत में हर साल 25,000 लिवर ट्रांसप्लांट की जरूररत है लेकिन केवल 800 ट्रांसप्लांट ही मुमकिन हो पाते है।

*अंग दान के बारे में जागरुकता का अभाव होने के कारण हमारे देश में अंगों की बर्बादी होती है। भारत में करीब 10,00,00 लोग लिवर ट्रांसप्लांट के इंतजार में है। पिछले साल 1500 से भी कम लिवर ट्रांसप्लांट किये गए थे।

*यहां तक ​​कि दान करने के इच्छुक लोग अक्सर अंग दान के पंजीकरण के बारे में ज्ञान की कमी के कारण अपनी इच्छा को सही तरीके से दर्ज करने में विफल हो जाते है।

*जागरूकता और ज्ञान की कमी के कारण फेफड़े / जिगर / किडनी ट्रांसप्लांट की आवश्यकता वाले कई रोगी इस प्रक्रिया से डरते है।

क्या आप कर सकते है अंगदान?
जी हां, हर वयस्क एक अंग दाता हो सकता है लेकिन इससे पहले माता-पिता की सहमति लेनी जरूरी है। यहां तक ​​कि बच्चे भी अंग दान कर सकते हैं।

  • 100 साल तक: कॉर्निया, त्वचा
  • 70 साल तक: गुर्दा, जिगर
  • 50 साल तक: दिल, फेफड़े
  • 40 साल तक: हार्ट वाल्व

और पढ़ें: देश की स्वास्थ्य व्यवस्था बेहाल, लूटते अस्पतालों पर कौन कसेगा लगाम?