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अलर्ट! मेनोपॉज में कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है 'बेली फैट'

रजोनिवृत्ति से गुजर रहीं या गुजर चुकीं महिलाओं को न केवल आकर्षक दिखने के लिए बल्कि स्वस्थ रहने के लिए भी पेट का वसा कम करना चाहिए।

Updated on: 12 Sep 2017, 11:02 AM

नई दिल्ली:

आकर्षक दिखने के लिए अमूमन लोग पेट का वसा घटाने लिए के लिए प्रेरित होते हैं लेकिन एक नए शोध में इस बात का खुलासा हुआ है कि पेट का वसा रजोनिवृत्ति में कैंसर बढ़ाने का कारक हो सकता है। रजोनिवृत्ति से गुजर रहीं या गुजर चुकीं महिलाओं को न केवल आकर्षक दिखने के लिए बल्कि स्वस्थ रहने के लिए भी पेट का वसा कम करना चाहिए। 

निष्कर्ष बताते हैं कि फेंफड़ों व गैस्ट्रोइंटेस्टाइलन (जीआई) जैसे कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए पेट में वसा का बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) के अनुकूल अन्य भागों में वितरण महत्वपूर्ण है। 

डेनमार्क आधारित बायोटेक्नोलॉजी कंपनी नॉर्डियक बायोसाइंस के शोधार्थी मेकस्क ने बताया, 'यह अध्ययन इस आयु वर्ग की महिलाओं के लिए वजन प्रबंधन प्राथमिकताओं पर एक नई बहस छेड़ता है, क्यूंकि इस उम्र में पेट में वसा एकत्र होने की संभावना बहुत अधिक होती है।'

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उन्होंने कहा, 'शरीर के मध्य में वसा के जमाव को रोकना ही इस खतरे से बचने का सर्वोत्तम उपाय है।'

इस शोध के लिए अध्ययनकर्ताओं के एक समूह ने औसतन 71 वर्ष की 5,855 महिलाओं पर अध्ययन किया था। यह शोध मैड्रिड में यूरोपीयन सोसाइटी फॉर मेडिकल ओन्कोलॉजी (ईएसएमओ) 2017 कांग्रेस में पेश किया गया। 

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