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Saira Banu: कैसी थीं दिलीप कुमार और प्राण की दोस्ती..? सायरा बानो ने शेयर की पुरानी यादें

Saira Banu: सायरा बानो अक्सर सोशल मीडिया पर दिलीप कुमार से जुड़ी और उनसे जुड़ी यादें शेयर करती रहती हैं. उन्होंने दिग्गज एक्टर प्राण को उनकी बर्थ एनिवर्सरी पर याद किया है.

Updated on: 12 Feb 2024, 05:47 PM

नई दिल्ली:

Dilip Kumar Pran Friendship: हिंदी सिनेमा की दिग्गज अदाकार सायरा बानो (Saira Banu) इंस्टाग्राम पर काफी एक्टिव रहती हैं. उन्होंने दिग्गज एक्टर दिलीप कुमार (Dilip Kumar) के साथ लंबा समय बिताया है. एक्ट्रेस इन दिनों रेट्रो बॉलीवुड के दिलचस्प किस्से साझा करती हैं. आज, महान एक्टर प्राण की जयंती (Pran Birth Anniversary) के अवसर पर उन्होंने अपने दिवंगत पति दिलीप कुमार और प्राण की दोस्ती के अनसुने किस्से साझा किए हैं. सायरा बानो ने प्राण और दिलीप कुमार दोनों के कुछ यादगार ऑनस्क्रीन और ऑफस्क्रीन पलों को साझा करते हुए एक लंबा पोस्ट लिखा है. नोट के पहले भाग में सायरा जी ने प्राण को जन्मदिन की शुभकामनाएं भेजीं और बताया कि कैसे दिलीप साहब उनके बारे में खूब बातें करते थे. बता दें कि, एक्टर प्राण का 2013 में निधन हो गया था. वहीं दिलीप कुमार भी 2021 में दुनिया को अलविदा कह गए थे. 

प्राण के जन्मदिन पर आई याद
सायरा बानो ने इंस्टाग्राम पर लिखा, "जन्मदिन मुबारक हो प्राण साहब! प्राण साहब और दिलीप साहब आखिरी वक्त तक साथ रहे, दिलीप साहब हमेशा प्राण साहब की बहुत तारीफ करते थे और उन्होंने कहा था कि "राम और श्याम' तय समय से पहले पूरी हो गई थी. ये हमारे लिए खुशियों से भरा अनुभव था. मैं अपने दोस्त प्राण के साथ एक ही समय में राम और श्याम और आदमी में काम कर रहा था. प्राण और मैं सही मायनों में दोस्त थे. हम वर्कप्लेस पर मिले और जबकि हम एक ही इलाके में रहते थे. फिर बांद्रा में हम काम या बिना काम के जितनी बार संभव हो सके या तो उसके घर पर या मेरे घर पर मिलते रहे."

 
 
 
 
 
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दिलीप कुमार के सच्चे दोस्त थे प्राण साहब
सायरा जी ने आगे लिखा, राम और श्याम के सेट पर प्राण के साथ दिलीप साहब की यादें जुड़ी थीं. वो बताती हैं कि दिलीप साहब कहते थे काम पर, हम हमेशा एक-दूसरे के खिलाफ खड़े होते थे, हमारे किरदार हमेशा किसी न किसी बात पर संघर्ष में फंसे रहते थे. ऐसा होता था.दर्शकों के लिए ये एक शानदार बदलाव था क्योंकि हमारी दोस्ती के पोस्टरों के बाद खूब चर्चे होते थे. 

दिलीप कुमार और प्राण की थी गहरी दोस्ती
सायरा जी ने बिमल रॉय की मधुमती के सेट पर दिलीप कुमार और प्राण की कुछ यादों के बारे में भी बात की है. उन्होंने लिखा, जहां लगभग सभी लोग बंगाली में बात करते थे, जबकि प्राण साहब और दिलीप साहब दोनों पंजाबी में दिल से बातचीत करते थे. उन्हें वह शाम बहुत पसंद थी जब हम अलाव के पास बैठकर बेहतरीन कविताएं पढ़ते हुए बिताते थे. जब हम राम और श्याम और आदमी की शूटिंग कर रहे थे तो मद्रास में हमने कुछ अद्भुत समय बिताया था. हमने हाल ही में दिल दिया दर्द लिया पूरी की थी. फिर मद्रास फिल्म के सेट पर इस बात का खूब मजाक होता था कि "प्राण आप का पीछा ही नहीं छोड़ता" हम दोनों के लिए ये मजाक अच्छा था क्योंकि हम एक-दूसरे की कंपनी को पसंद करते थे और कलाकार के रूप में एक-दूसरे का सम्मान करते थे."