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शैलजा हत्याकांड: मेजर निखिल हांडा को 4 दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा गया

दिल्ली में सेना के मेजर की पत्नी शैलजा द्विवेदी की हत्या के मुख्य आरोपी मेजर निखिल हांडा को चार दिनों की पुलिस रिमांड में भेजा गया है।

Updated on: 25 Jun 2018, 11:43 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली में सेना के मेजर की पत्नी शैलजा द्विवेदी की हत्या के मुख्य आरोपी मेजर निखिल हांडा को चार दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा गया है।

इस हाई प्रोफाइल मर्डर केस में दिल्ली पुलिस ने पाटियाला हाउस कोर्ट में मेजर निखिल हांडा को पेश किया और चार दिनों की पुलिस हिरासत की मांग की जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया।

दिल्ली पुलिस ने मेजर हांडा से शैलजा हत्याकांड को लेकर पूछताछ के लिए चार दिनों की हिरासत की मांग की थी।

कथित तौर पर अपने सहकर्मी मेजर अमित द्विवेदी की पत्नी की हत्या में संलिप्तता को लेकर मेजर हांडा को रविवार को मेरठ से गिरफ्तार किया गया था।

मेजर की पत्नी का शव दिल्ली छावनी इलाके में एक सड़क पर पाया गया था और उसकी गला रेतकर हत्या की गई थी। अभी तक हत्या के स्पष्ट कारणों का पता नहीं चल पाया है।

मेजर हांडा शैलजा द्विवेदी (35) की हत्या का प्रमुख संदिग्ध है। शैलजा द्विवेदी शनिवार को बरार चौराहे के पास मृत पाई गई थीं।

शैलजा के शव पर इस तरह के निशान थे, जिससे लगा कि उसके ऊपर वाहन चढ़ाया गया था। पुलिस को संदेह है कि उसकी पहले हत्या की गई और सड़क पर उसके शव को फेंके जाने के बाद हत्यारे या किसी अन्य का वाहन उसके ऊपर चढ़ाया गया।

पुलिस ने कहा कि मेजर हांडा द्विवेदी दंपति का दोस्त था और माना जाता है कि उनके बीच किसी गोपनीय बात को लेकर विवाद था।

हांडा शक के घेरे में इसलिए आया, क्योंकि वह दिल्ली छावनी में बेस अस्पताल के बाहर पीड़ित शैलजा के साथ देखा जाने वाला आखिरी व्यक्ति था। शैलजा फिजियोथेरेपी के लिए शनिवार सुबह अस्पताल गई थीं।

अमृतसर की रहने वाली शैलजा बीते चार दिनों से अपने घुटने के इलाज के लिए अस्पताल जा रही थीं।

पुलिस ने कहा कि अस्पताल के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे के वीडियो फुटेज में शैलजा व हांडा एक होंडा सिटी कार में बैठे दिख रहे हैं।

पुलिस ने पीड़ित के मोबाइल फोन और उसके कॉल रिकॉर्ड से महत्वपूर्ण सुराग बरामद होने का दावा किया है।

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शैलजा शनिवार सुबह 10 बजे अपने घर से सेना के एक वाहन में फिजियोथेरिपी के लिए गई थीं। बाद में जब ड्राइवर उन्हें लेने गया तो उसे सूचना दी गई कि शैलजा फिजियोथेरिपी के लिए आई ही नहीं थीं।

वह वापस परेड ग्राउंड इलाके के उनके आवास पर गया और उनके पति को सूचना दी, जिन्होंने शैलजा की तलाश शुरू की।

शैलजा के शव को एक राहगीर ने देखा, जिसने पुलिस को सूचना दी। शैलजा के शव की कुछ घंटों तक पहचान नहीं हो सकी थी। उनके पति बाद में उनके लापता होने की शिकायत दर्ज कराने नारायणा पुलिस थाने गए, जहां उन्होंने शैलजा के शव की शिनाख्त की।

शैलजा और हांडा की मुलाकात नागालैंड में दीमापुर में हुई थी, जहां शैलजा के पति की तैनाती थी। पीड़ित के पति हाल ही में प्रशिक्षण के लिए दिल्ली आए थे और वह छावनी इलाके के पास नारायणा में सेना क्वार्टर में रह रहे थे।

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