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2016 में भारतीय हॉकी ने पाई खोई हुई चमक, जीते कई बड़े खिताब

भारतीय हॉकी के लिए 2016 का साल की संजीवनी से कम नहीं रहा। चाहे बात पुरुष हॉकी की हो या महिला हॉकी टीम की या फिर जूनियर हॉकी टीम के प्रदर्शन की

Updated on: 28 Dec 2016, 03:41 PM

नई दिल्ली:

भारतीय हॉकी के लिए 2016 का साल की संजीवनी से कम नहीं रहा। चाहे बात पुरुष हॉकी की हो या महिला हॉकी टीम की या फिर जूनियर हॉकी टीम के प्रदर्शन की सभी के शानदार प्रदर्शन ने भारतीय हॉकी की कम हो चुकी लोकप्रियता में एक बार फिर से जान फूंकी।

जूनियर हॉकी टीम बनीं विश्व विजेता

ऑस्ट्रेलिया के होबर्ट में 2001 में खिताब जीतने के 15 बरस के बाद भारतीय जूनियर टीम ने विश्व कप का खिताब जीतकर इतिहास रच दिया। 15 साल के इंतजार को साल के आखिर में नवाबों के शहर लखनऊ में खत्म हुआ, जहां बेल्जियम को 2-1 से फाइनल में हराकर मेजबान ने ट्रॉफी अपने नाम किया।

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ओलंपिक में हारा मैच पर जीता दिल

2012 के ओलंपिक में 12वें स्थान पर रहने वाली भारतीय टीम से साल ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने में सफल रही। हालांकि रियो ओलंपिक में भारत ने 36 साल बाद पदक जीतने का मौका गंवा दिया और क्वार्टर फाइनल में बेल्जियम से 1-3 से हारकर बाहर हो गई। लेकिन भारतीय टीम के कई मौकों पर अच्छा प्रदर्शन कर दिल जीत लिया।

चैपिंयन्स ट्रॉफी में जीता सिल्वर

भारतीय हॉकी टीम पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची। यहां उसका मुकाबला विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया से हुआ। सबको लगा था कि ऑस्ट्रेलिया के मौजूद रहने के लिहाज से मुकाबला एकतरफा रहेगा लेकिन भारत ने सबको चौंकाया। निर्धारित समय तक मैच 0-0 से ड्रॉ रहा। इसके बाद पेनाल्टी शूटआउट हुआ जहां ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 3-1 से हराया। भारत ने पहली बार इस टूर्नामेंट का सिल्वर मेडल जीता।

पाकिस्तान को हरा जीती एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी

अक्टूबर में कुआंटन में खेली गई एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में भारत ने चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को हराकर खिताब अपने नाम किया। भारत ने पाकिस्तान को 3-2 से हराकर अपने नाम किया।

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भारतीय महिला टीम

महिला हॉकी टीम ने 36 बरस बाद ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था। हालांकि महिला टीम की कप्तान ऋतुरानी के नेतृत्व में भारतीय टीम हालांकि पूल चरण से ही बाहर हो गई।

वहीं पुरुष चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद महिला टीम भी पीछे नहीं रही और चीन को 2-1 से हराकर एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम की। साल के आखिर में लड़कियों की अंडर-18 टीम ने बैंकॉक में एशिया कप में कांस्य पदक हासिल करके साल का शानदार अंत किया।