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पाकिस्तान को हरा कर 10 साल पहले आज ही के दिन भारत बना था पहले T20 वर्ल्ड कप का चैम्पियन

इस जीत की सबसे खास बात यह थी कि फाइनल में भारत ने बेहद रोमाचंक मुकाबले में पाकिस्तान को मात दी थी। इस मैच में टॉस भारत ने जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसला किया।

Updated on: 24 Sep 2017, 06:13 PM

highlights

  • 2007 में खेला गया था पहला टी20 वर्ल्ड कप, फाइनल में पाकिस्तान की हुई थी हार
  • महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत पहले टी20 वर्ल्ड कप का बना था चैम्पियन
  • आखिरी ओवर सबसे रोमांचक, धोनी के फैसले और जोगिंदर की गेंदबाजी की हुई थी तारीफ

नई दिल्ली:

भारत के क्रिकेट इतिहास में 24 सितंबर का एक अलग महत्व है। 1983 में पहली बार वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम के फैंस को लंबे समय से एक बार फिर विश्व चैम्पियन बनने का इंतजार था।

आखिरीकार, यह इंतजार खत्म हुआ 24 सितंबर 2008 को जब टी20 वर्ल्ड कप में ही सही टीम इंडिया ने जीत हासिल की। इस जीत की सबसे खास बात यह थी कि फाइनल में भारत ने बेहद रोमाचंक मुकाबले में पाकिस्तान को मात दी थी।

2007 वर्ल्ड कप में शर्मनाक प्रदर्शन के बाद ऐसे मिली राहत

वेस्टइंडीज में 2007 में हुए वनडे वर्ल्ड कप में बांग्लादेश से हारकर भारत ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गया था। यह हर क्रिकेट प्रशंसक के लिए दिल तोड़ने वाला था। ड्रेसिंग रूम से गुटबाजी और कई तरह की कहानियां सामने आ रही थीं।

आखिरकार, बीसीसीआई ने फैसला किया कि टी-20 वर्ल्ड में युवा टीम भेजी जाएगी। कमान पहली बार महेंद्र सिंह धोनी के हाथों में आई और भारतीय क्रिकेट एक नई राह पर चल पड़ा।

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पहला टी-20 वर्ल्ड कप और भारत पाकिस्तान के बीच रोमांचक फाइनल

इस मैच में टॉस भारत ने जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। गौतम गंभीर ने 54 गेंदों पर 75 रन बनाए और टीम इंडिया ने पांच विकेट के नुकसान पर 20 ओवरों में 157 रन बनाए।

इरफान पठान ने इस मैच में 16 रन देकर तीन विकेट हासिल किए। वहीं आरपी सिंह ने मोहम्मद हाफिज और कमरान अकमल को आउट कर पाकिस्तान को शुरुआती झटके दिए।

बहरहाल, पाकिस्तान की बल्लाबाजी शुरू हुई। लेकिन मैच का सबसे रोमांचक लम्हा आखिरी ओवर रहा। पाकिस्तान को जीत के लिए आखिरी ओवर में 13 रन चाहिए थे और उसके पास एक विकेट बाकी था। क्रीज पर तब के मिस्बाह उल हक मौजूद थे।

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सारा दारोमदार आखिरी ओवर पर था और भारतीय कप्तान धोनी ने गेंद हरयाणा के हरफनमौला खिलाड़ी जोगिंदर सिंह को दे दी।

सभी के लिए यह फैसला चौंकाने वाला था। ओवर की दूसरी गेंद पर मिस्बाह ने छक्का जड़ा। पाकिस्तान को अब 4 गेंदों पर 6 रनों की जरूरत थी।

यहीं मिस्बाह गलती कर गए। उन्होंने विकेट के पीछे हवा में एक शॉट खेला लेकिन गेंद ज्यादा उठ गई। वहां शॉर्ट फाइन लेग पर खड़े एस श्रीसंत ने कैच लिया और इसी के साथ भारत ने वर्ल्ड कप पर कब्जा जमा लिया।

धोनी के करियर की यह सबसे बड़ी जीत में से एक है। यही वह मैच भी था जहां से धोनी की कप्तानी को एक अलग नजरिए से देखा जाने लगा।

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