गन्ना पेराई का नया सीजन शुरू, 1 लाख टन तैयार हुई नई चीनी
एनएफसीएसएफ ने सोमवार को एक बयान के जरिए बताया कि देशभर में 28 चीनी मिलों में गन्ने की पेराई आरंभ हो चुका है अब तक सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश में 13 चीनी मिलें चालू हो चुकी हैं.
नई दिल्ली:
चीनी मिलों में गन्ने की पेराई और चीनी का उत्पादन नए पेराई सत्र 2019-20 में आरंभ होने में थोड़ा विलंब हुआ, लेकिन देशभर की 28 चीनी मिलें अब चालू हो गई हैं और अब तक 14.50 लाख टन गन्ने की पेराई से कुल 1.25 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है. यह जानकारी सहकारी चीनी मिलों के संगठन नेशनल फेडरेशन ऑफ को-ऑपरेटिवशुगर फैक्टरीज लिमिटेड यानी एनएफसीएसएफ से मिली. एनएफसीएसएफ ने सोमवार को एक बयान के जरिए बताया कि देशभर में 28 चीनी मिलों में गन्ने की पेराई आरंभ हो चुका है अब तक सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश में 13 चीनी मिलें चालू हो चुकी हैं. इसके बाद नौ मिलें कर्नाटक में चालू हो चुकी हैं.
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तमिलनाडु में छह मिलों में चीनी का उत्पादन आरंभ हो चुका है. एक अक्टूबर से आरंभ होने वाले चीनी उत्पादन एवं विपणन वर्ष में इस साल थोड़ा विलंब से गन्ने की पेराई का कार्य आरंभ हुआ है. एनएफसीएसएफ के प्रेसीडेंट दिलीप वल्से पाटिल ने एक बयान में कहा कि गन्ने का रकबा घटने के साथ-साथ उत्पादकता में कमी के चलते इस चालू सीजन 2019-20 में चीनी के उत्पादन में कमी आ सकती है. देश में चीनी का उत्पादन चालू सीजन में 260-265 लाख टन रहने का अनुमान है, जबकि पिछले साल भारत में चीनी का उत्पादन 331 लाख टन था. इस प्रकार पिछले साल के मुकाबले इस साल चीनी के उत्पादन में करीब 70 लाख टन की कमी आ सकती है.
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करीब एक महीने की देरी से शुरू होगा चीनी उत्पादन: ISMA
वहीं दूसरी ओर चीनी उद्योग के प्रमुख संगठन भारतीय चीनी मिल संघ (ISMA) ने कहा है कि बारिश और गन्ने की कमी की वजह से महाराष्ट्र और कर्नाटक में नए विपणन वर्ष 2019-20 में चीनी उत्पादन का काम करीब एक महीने की देरी से शुरू हो पाएगा. इसकी वजह है कि चीनी मिलें अभी अपना परिचालन शुरू नहीं कर पाई हैं. हालांकि, देश में चीनी के सबसे बड़े उत्पादक राज्य, उत्तर प्रदेश में चीनी का उत्पादन अगले सप्ताह शुरू होने की संभावना है, क्योंकि दिवाली का त्योहार मनाने के बाद मजदूर काम के लिए उपलब्ध होंगे. गन्ने की पेराई का काम सामान्य रूप से अक्टूबर के मध्य से विशेषकर दीवाली के बाद शुरू होता है.
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ISMA के महानिदेशक अविनाश वर्मा ने कहा कि चीनी मिलों ने महाराष्ट्र में गन्ना पेराई का काम शुरू नहीं किया है, क्योंकि राज्य सरकार ने अभी तक परिचालन शुरु करने की तारीख तय नहीं की है। इसके अलावा प्रदेश में गन्ने की कम उपलब्धता के कारण भी चीनी मिलों की ओर से देर हो रही है. (इनपुट आईएएनएस, भाषा)
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