भारत हमारे सबसे अच्छे विकास भागीदारों में से एक : शेख हसीना
बांग्लादेश की प्रधान मंत्री शेख हसीना ने भारत की खूब प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि भारत अब हमारे सबसे अच्छे विकास भागीदारों में से एक है. बांग्लादेश पीएम ने कहा कि आज 10 दिवसीय समारोह का समापन है.
highlights
- बांग्लादेश की प्रधान मंत्री शेख हसीना ने भारत की खूब प्रशंसा की
- भारत अब हमारे सबसे अच्छे विकास भागीदारों में से एक है
- बांग्लादेश पीएम ने कहा कि आज 10 दिवसीय समारोह का समापन है
ढाका:
बांग्लादेश की प्रधान मंत्री शेख हसीना ने भारत की खूब प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि भारत अब हमारे सबसे अच्छे विकास भागीदारों में से एक है. बांग्लादेश पीएम ने कहा कि आज 10 दिवसीय समारोह का समापन है. यह उत्सव 17 मार्च 2020 से शुरू हुआ था, लेकिन महामारी के कारण, हमने अपने अधिकांश कार्यक्रमों को बंद कर दिया था, इसीलिए 2021 में हमने जन्म शताब्दी (शेख मुजीबुर रहमान) का उत्सव 16 वीं शताब्दी 2021 तक बढ़ाया. बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने कहा कि मैं पीएम नरेंद्र मोदी का हार्दिक धन्यवाद करता हूं जिन्होंने इस महामारी के बावजूद इस अवसर पर आने के लिए सहमति दी है.
पीएम नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय बांग्लादेश दौरे के लिए शुक्रवार को ढाका पहुंच गए हैं. इस दौरान बांग्लोदश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पीएम नरेंद्र मोदी का स्वागत किया. प्रधानमंत्री मोदी को ढाका में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सावर में राष्ट्रीय शहीद स्मारक का दौरा किया. ढाका में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं राष्ट्रपति अब्दुल हामिद, प्रधानमंत्री शेख हसीना और बांग्लादेश के नागरिकों का आभार प्रकट करता हूं. आपने अपने इन गौरवशाली क्षणों में, इस उत्सव में भागीदार बनने के लिए भारत को सप्रेम निमंत्रण दिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बांग्लादेश की आजादी के लिए संघर्ष में शामिल होना, मेरे जीवन के भी पहले आंदोलनों में से एक था. मेरी उम्र 20-22 साल रही होगी जब मैंने और मेरे कई साथियों ने बांग्लादेश के लोगों की आजादी के लिए सत्याग्रह किया था. इसके लिए जेल भी जाना पड़ा था. भारत में भी बांग्लादेश की आजादी के लिए तड़प थी. पाकिस्तानी सेना ने जो अत्याचार किया वह तस्वीर विचलित करने वाला था. कई दिन तक उसने सोने नहीं दिया.
उन्होंने आगे कहा कि मैं भारतीय सेना के उन सेनानियों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जिन्होंने मुक्ति अभियान के दौरान अपने बांग्लादेशी समकक्षों के साथ खड़े होकर एक मुक्त बांग्लादेश के सपने को साकार करने में अहम भूमिका निभाई थी. 6 दिसंबर 1971 को अटल जी ने कहा था कि हम सिर्फ उन लोगों के साथ नहीं लड़ रहे हैं जो लिबरेशन वॉर में अपना जीवन बिता रहे हैं, लेकिन हम इतिहास को एक नई दिशा देने की कोशिश भी कर रहे हैं.
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