logo-image

चीन ने अरुणाचल में बदला 30 स्थानों के नाम, जवाब में तिब्बत की 60 जगहों के नाम बदलने की मांग

मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए असम के सीएम ने सरकार से अपील की कि जैसे को तैसा जवाब मिलना जरूरी है. उनका कहना कि तिब्बत की जगहों के नाम बदल डालने चाहिए.

Updated on: 03 Apr 2024, 05:26 AM

नई दिल्ली:

असम के डिफू लोकसभा क्षेत्र से भाजपा ने अमरसीन टीसो को अपना उम्मीदवार बनाया है. टीसो के पक्ष में मंगलवार को चुनाव प्रचार करने पहुंचे असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने चीन को लेकर ऐसा बयान दिया है जो काफी चर्चा में है. दरअसल, असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को कार्बी आंगलोंग जिले के डिफू शहर में असम के प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा के बयान पर मीडिया के सवालों का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि भूपेन बोरा खुद चिंतित हैं, आप लोगों को कांग्रेस के किसी भी शख्स पर भरोसा नहीं करना चाहिए. कांग्रेस नेता तो खुद भाजपा में शामिल हो रहे हैं. 

ये भी पढ़ें: TMC नेता महुआ मोइत्रा पर ईडी का बड़ा एक्शन, PMLA एक्ट के तहत केस किया दर्ज

बिस्वा ने मीडिया के सवालों जवाब देते हुए ड्रैगन (चीन) ने भारतीय राज्य अरुणाचल प्रदेश में 30 स्थानों के नाम को बदलने की बात कही. इस पर हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि मैं भारत सरकार से ये अनुरोध किया कि वह चीन पर जैसे को तैसा की नी​ति अपनाए और तिब्बत में भी 60 जगहों के नाम बदल दे. उन्होंने कहा कि हालांकि यह केंद्र सरकार का निर्णय है कि वह इस पर क्या करती है. मगर मैं एक बार फिर भारत सरकार से ये अपील करता हूं कि अगर उसने तीस नाम बदले तो हम 60 जगहों के नाम बदल दें. 

उन्होंने आगे कहा कि असम के जनजातीय क्षेत्र लंबे वक्त से उग्रवाद से पीड़ित थे. मगर पीएम नरेंद्र मोदी का ध्यान हमारे आदिवासी क्षेत्रों को विकसित करने पर है. ऐसे में हमने सभी समूहों के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किया है. असम के आदिवासी क्षेत्रों में विकास का काम चलता रहेगा. यही कारण है कि बीते 10 वर्ष में असम के आदिवासी क्षेत्रों में उग्रवादी गतिविधियों पर पूरी तरह रोक लग गई है.