logo-image

जगमगा उठा अयोध्या, योगी बोले- पहले था रावण राज, अब रामराज में होगा विकास

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'आज राज्य सरकार में किसी के साथ किसी प्रकार का भेदभाव नहीं है। रामराज्य की यही खासियत है, रामराज्य में सभी को समान अवसर थे। किसी भी वर्ग के साथ कोई भेदभाव नहीं था।'

Updated on: 18 Oct 2017, 11:52 PM

highlights

  • अयोध्या का सरयू तट 1.71 लाख दीपों की रोशनी से जगमगा उठा
  • योगी ने पूर्ववर्ती सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, वह रावणराज्य था, जहां भेदभाव होता था
  • योगी बोल, आज राज्य सरकार में किसी के साथ किसी प्रकार का भेदभाव नहीं है

नई दिल्ली:

अयोध्या में बुधवार को छोटी दिवाली जोर-शोर से मनाई गई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्याथ, राज्यपाल राम नाईक, दोनों उप मुख्यमंत्रियों सहित तमाम मंत्रियों की मौजूदगी में सरयू तट 1.71 लाख दीपों की रोशनी से जगमगा उठा।

इस दीपोत्सव से पहले योगी व राज्यपाल ने 133 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास कर अयोध्या को विकास का तोहफा दिया और विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण-पत्र सौंपे।

योगी ने श्रीराम कथा पार्क में श्रीराम का राज्याभिषेक किया। कार्यक्रम के दौरान हेलिकॉप्टर के माध्यम से भगवान श्रीराम पर पुष्प वर्षा की गई। वहां मौजूद सैकड़ों लोगों ने जय श्रीराम के नारे लगाए। इसके बाद राज्यपाल नाईक व योगी ने दीप प्रज्‍जवलित कर दीपावली के पर्व दीपोत्सव की शुरुआत की और अयोध्या 1.17 लाख दीपों से जगमगा उठी।

समारोह में मुख्यमंत्री योगी ने अपने संबोधन में समाजवादी पार्टी की पूर्ववर्ती सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह रावणराज्य था, जहां भेदभाव होता था।

उन्होंने कहा, 'आज राज्य सरकार में किसी के साथ किसी प्रकार का भेदभाव नहीं है। रामराज्य की यही खासियत है, रामराज्य में सभी को समान अवसर थे। किसी भी वर्ग के साथ कोई भेदभाव नहीं था।'

और पढ़ें: केंद्र ने कहा- केंद्रीय बल राज्य की पुलिस फोर्स का विकल्प नहीं

दीपोत्सव की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, 'दीपोत्सव में आज हम सब एकत्रित हुए हैं। अयोध्या रामराज्य की परिकल्पना को साकार करती है। अयोध्या नगरी में कार्यक्रम को सब लोगों ने मूर्त रूप दिया। देश-दुनिया में उप्र पर्यटन का हब बने, उसकी शुरुआत अयोध्या से होने जा रही है।'

योगी ने कहा, 'जिस गरीब के घर में आजादी के 70 साल बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास से बिजली आई है, उसके लिए वही रामराज्य है। अब अयोध्या की बिजली सुधरी है, हम अयोध्या को 24 घंटे बिजली देने को तैयार हैं। अयोध्या को उसकी पहचान और सम्मान मिले, इसके लिए अयोध्या को उप्र सरकार ने नगर निगम का दर्जा दिया है।'

मुख्यमंत्री ने कहा, 'अयोध्या की जितनी आबादी है, आज उतने दीप जले। अयोध्या मानवता की धरती है। मानवता का पथ दुनिया को अयोध्या ने पढ़ाया है और वह भी राम राज्य के माध्यम से। अयोध्या लगातार प्रहार झेलती रही, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।'

और पढ़ें: BJP सांसद कटियार का विवादित बयान, कहा- ताजमहल पहले शिव मंदिर था

प्रदेश सरकार की योजनाएं गिनाते हुए उन्होंने कहा, 'हमने छह महीने में 86 लाख किसानों का कर्जा माफ किया है।' उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा, 'हम सब चाहते हैं कि आसुरी प्रवृत्तियों का नाश हो, उत्तर प्रदेश भ्रष्टाचार, व्याभिचार से मुक्त हो।'

मुख्यमंत्री ने कहा, 'थाईलैंड और इंडोनेशिया में श्रीराम का बहुत महत्व है। वहां की हर सड़क का नाम भगवान राम के नाम पर है। सबसे बड़े मुश्लिम देश इंडोनेशिया के लोग मानते हैं कि उनका धर्म इस्लाम जरूर है, लेकिन उनके पूर्वज भगवान राम हैं। आज यहां इंडोनेशिया के कलाकार रामलीला करने आए हैं।'

उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य ने कहा, 'भले ही हम अभी भव्य राम मंदिर का निर्माण नहीं कर सकते, लेकिन अयोध्या का विकास करने से कोई रोक नहीं सकता।'

केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार अयोध्या के विकास के लिए कृत संकल्पित है। दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन उप्र पर्यटन विभाग द्वारा किया गया।

और पढ़ें: दो बार PM पद पर थी प्रणब मुखर्जी की नजर, मनमोहन सरकार में नहीं करना चाहते थे काम