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G20 Summit: G20 शिखर सम्मेलन होगी UPI की धूम, विदेशी मेहमानों को भेजे जाएंगे 1000-1000 रुपए

G20 Summit: जी 20 शिखर सम्मेलन में विदेशी डेलिगेट्स को अवगत कराया जाएगा कि भारत में यूपीआई का का चलन कितना आसान हो गया है. इसको लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है.

Updated on: 07 Sep 2023, 05:34 PM

highlights

  • सभी डेलिगेट्स को यूपीआई के माध्यम से भेजे जाएंगे पैसे
  • दुनिया को डिजिटल भारत का जलवा दिखाने की प्लानिंग
  • G20 Summit में 1000 से ज्यादा डेलिगेट्स के हिस्सा लेने की उम्मीद

नई दिल्ली :

G20 Summit: G20 शिखर सम्मेलन में  विदेशी मेहमानों को यूपीआई का दम दिखाने जा रहे हैं. जानकारी के मुताबिक देश में लगभग 1000 विदेशी डेलीगेट्स आने वाले हैं. सभी को यूपीआई  से 1000-1000 रुपए ट्रांसफर करने की योजना है. जी 20 शिखर सम्मेलन को सरकार एक उत्साह के रूप मना रही है. सोने चांदी के बर्तन से लेकर कई शाही व्यंजन बनवाए जा रहे हैं ताकि विदेशी मेहमानों के सामने भारत की शाख चार चांद लग जाएं. देश में डिजिटली इंडिया नारा बुलंद करने के लिए सभी डेलीगेट्स को यूपीआई के माध्यम से पैसा भेजा जाएगा. 

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पहली बार मेजबानी 
 आपको बता दें कि भारत के पास जी20 की मेजबानी पहली बार आई है. भारत इसमें कोई कसर छोड़ना नहीं चाहता है. नई दिल्ली में जी20 के शिखर सम्मेलन में दुनिया के शीर्ष नेता भाग लेने वाले हैं.  शिखर सम्मेलन में आने वाले सभी प्रतिभागियों को देश की डिजिटल क्षमताओं से अवगत कराना है. इसी के चलते सभी डेलिगेट्स को 1000-1000 रुपए यूपीआई के माध्यम से भेजने की योजना बनायी जा रही है. हालांकि इसको लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है. लेकिन सूत्रों का दावा हैं कि इसको लेकर पूरा मसौदा तैयार कर लिया गया है.  9 सितंबर को विदेशी मेहमान डिजिटल भारत का दम देखेंगे. 

इतने डेलिगेट्स ले सकते हैं भाग
संबंधित अधिकारियों के मुताबिक, दो दिनों के जी20 शिखर सम्मेलन में 1000 से ज्यादा डेलिगेट्स के हिस्सा लेने की संभावना है. सरकार सभी संभावित डेलिगेट्स का वॉलेट बनवा रही है. सम्मेलन के दौरान सभी के वॉलेट में यूपीआई से एक-एक हजार रुपये ट्रांसफर किए जाएंगे. वे इस पैसे का इस्तेमाल समिट वेन्यू पर लगे स्टॉल से सामान खरीदने में कर सकते हैं. इसके पीछे सरकार का उद्देश्य है कि अन्य देशों के नेताओं और वरिष्ठ अधिकारियों को पता चले कि भारत में अब डिजिटल पेमेंट किस कदर आसान हो चुका है.  साथ ही भारत पूरी तरह डिजिटली मोड़ में हैं.