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Air India और Air Asia के बीच हुआ करार, तकनीकी समस्या की स्थिति में यात्री बदल सकेंगे फ्लाइट

एयर इंडिया और एयर एशिया के बीच हुआ ये समझौता 10 फरवरी, 2022 से 9 फरवरी, 2024 तक केवल डोमेस्टिक फ्लाइट्स पर ही लागू रहेगा. अगर फ्लाइट में किसी भी तरह की समस्या आती है तो यात्री फ्लाइट बदल सकते हैं.

Updated on: 12 Feb 2022, 05:18 PM

highlights

  • किसी भी तरह की समस्या में यात्री फ्लाइट बदल सकते हैं.
  • दोनों कंपनियों का यह समझौता, IROPS (अनियमित परिचालनों) व्यवस्था है.

 

नई दिल्ली:

Air India और AirAsia के बीच हुए समझौते के अनुसार यात्रियों को फ्लाइट बदलने की सुविधा मिलेगी. यह करार दो साल की अवधि के लिए हुआ है.  यह समझौता 10 फरवरी, 2022 से 9 फरवरी, 2024 तक केवल घरेलू उड़ानों पर ही लागू रहेगा. अगर आप भी फ्लाइट से सफर करते हैं तो यह आपके लिए एक बड़ी खुशखबरी हो सकती है. दोनों एयरलाइंस कंपनियों के द्वारा किया गया ये करार यात्रियों की यात्रा सुगम बनाएगा.इस करार के तहत अगर यात्री एयर इंडिया (Air India) की टिकट खरीदता है तो वह एयर एशिया (Air Asia) की फ्लाइट भी ले सकता है. ठीक इसी तरह अगर यात्री के पास एयर एशिया (Air Asia) की फ्लाइट का टिकट है तो वह एयर इंडिया (Air India) से यात्रा कर सकता है. बता दें तकनीकी खराबी या अन्य किसी भी प्रकार की समस्या आने पर फ्लाइट बदलने का विकल्प यात्रियों को मिलेगा. हालांकि इस सुविधा का लाभ यात्रियों को एक निश्चित अवधि तक ही मिलेगा.

तकनीकी खराबी की स्थिति में यात्री बदल पाऐंगे फ्लाइट

जहाँ पहले तकनीकी या अन्य किसी भी प्रकार की समस्या आने पर फ्लाइट बदलने का विकल्प यात्रियों को नहीं मिलता था. कई बार फ्लाइट बुक करवाने के बाद यात्रियों को 
विमान में तकनीकी खराबी के चलते यात्रा को कैंसिल करना पड़ता है, वहीं यह खबर यात्रियों को राहत देगी.

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एयर इंडिया और एयर एशिया के बीच दो साल का करार

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों कंपनियों के बीच यह समझौता दो साल की अवधि तक रहेगा. इसके साथ ही यह करार केवल घरेलू उड़ानों के लिए ही लागू होगा. दोनों कंपनियों के बीच हुआ ये समझौता, IROPS (अनियमित परिचालनों) व्यवस्था है. इस व्यवस्था के अनुरूप जब किसी कंपनी की फ्लाइट में कोई भी समस्या आती है तो वे अपने यात्रियों की टिकट को दूसरी कंपनी की फ्लाइट में ट्रांसफर कर देते हैं.

बता दें कि समझौते वाली दोनों ही कंपनियां टाटा ग्रुप का हिस्सा हैं. टाटा ने अभी हाल ही में सरकार से एयर इंडिया को खरीदकर उसका संचालन शुरु किया है, जबकि एयर एशिया इंडिया में टाटा ग्रुप के 
पास 83.67 फीसदी हिस्सेदारी है.