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Rajasthan: राजेंद्र सिंह गुढ़ा की लाल डायरी पर क्यों मचा बवाल? कौन होने वाला था बेनकाब- BJP ने पूछा सवाल

Rajasthan: राजस्थान में लाल डायरी को लेकर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस आमने सामने आ गई है. इस मुद्दे पर बीजेपी ने गहलोत सरकार को घेरा है.

Updated on: 24 Jul 2023, 05:00 PM

जयपुर:

Rajasthan : राजस्थान विधानसभा में सोमवार को जमकर हंगामा हुआ. पूरे राज्य में लाल डायरी को लेकर बवाल मचा हुआ है. बर्खास्त मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा की लाल डायरी में कुछ ऐसे राज छिपे हैं, जिससे कई लोग बेनकाब हो सकते हैं. गुढ़ा आज विधानसभा में बड़ा खुलासा करने वाले थे, लेकिन इससे पहले राज्य के संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल के साथ उनका विवाद हो गया. इसके बाद मार्शल ने उन्हें बाहर निकाल दिया. इस पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने गहलोत सरकार से बड़ा सवाल पूछा है. 

विधानसभा से निकाले जाने के बाद राजस्थान के पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि लगभग 50 लोगों ने मुझ पर हमला किया, मुझे मुक्का मारा, लात मारी और कांग्रेस नेताओं ने मुझे विधानसभा से खींचकर बाहर निकाल दिया. राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष ने मुझे बोलने तक नहीं दिया. मेरे ऊपर आरोप लगे कि मैं भाजपा के साथ हूं. मैं जानना चाहता हूं कि मेरी गलती क्या है?.

राजस्थान के बर्खास्त मंत्री और कांग्रेस नेता राजेंद्र गुढ़ा द्वारा 'लाल डायरी' का उल्लेख करने पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने नई दिल्ली में कहा कि मैं (राजस्थान के मुख्यमंत्री) अशोक गहलोत से पूछना चाहता हूं कि यह 'लाल डायरी' क्या है? इसे लेकर सरकार में बेचैनी क्यों है?.

इसे लेकर राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि लोकतंत्र शर्मसार हुआ है, विधानसभा अपमानित हुई है. विधानसभा बोलने का मंच है और उन्हें (राजेंद्र सिंह गुढ़ा) बोलने दिया जाना चाहिए था... मुझे भी बोलने नहीं दिया गया, ये संसदीय परंपराओं की अवहेलना हुई है. 

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जानें क्या है डायरी का राज

अधिकांश कांग्रेसी नेताओं का मानना है कि सीएम अशोक गहलोत के सबसे करीबी नेता धर्मेंद्र राठौड़ पिछले कई वर्षों से नियमित रूप से डायरी लिखते थे. बताया जा रहा है कि इस डायरी में दिनभर के कामकाज, किन-किन से मुलाकात, आगे की प्लानिंग और मूवमेंट का लेखाजोखा लिखा जाता था. साल 2023 में धर्मेंद्र राठौड़ के ठिकानों पर आईटी की छापेमारी हुई थी. इस दौरान उनके आवास पर दो डायरी थी. इनमें से एक डायरी आईटी के अफसरों ने जब्त कर ली और दूसरी डायरी राजेंद्र सिंह गुढ़ा को मिल गई.