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अंधेरी पूर्व विधानसभा सीट से शिवसेना-यूबीटी-एमवीए उम्मीदवार की जीत

उम्मीद के मुताबिक, महा विकास अघाड़ी की शिवसेना-यूबीटी उम्मीदवार रुतुजा आर. लटके ने रविवार को अंधेरी पूर्व विधानसभा सीट के उपचुनाव में बड़ी जीत दर्ज की.  कुछ महीने पहले महाराष्ट्र में हुए सियासी उथल-पुथल के बीच उद्धव ठाकरे गुट को शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे नया नाम और ज्वलंत मशाल वाला नया लोगो मिला. जिसके बाद पार्टी की यह पहली जीत है. इस जीत से विनाशकारी विभाजन का सामना करने वाली पार्टी को एक बड़ा मनोवैज्ञानिक बढ़ावा मिलेगा.

Updated on: 06 Nov 2022, 06:16 PM

मुंबई:

उम्मीद के मुताबिक, महा विकास अघाड़ी की शिवसेना-यूबीटी उम्मीदवार रुतुजा आर. लटके ने रविवार को अंधेरी पूर्व विधानसभा सीट के उपचुनाव में बड़ी जीत दर्ज की.  कुछ महीने पहले महाराष्ट्र में हुए सियासी उथल-पुथल के बीच उद्धव ठाकरे गुट को शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे नया नाम और ज्वलंत मशाल वाला नया लोगो मिला. जिसके बाद पार्टी की यह पहली जीत है. इस जीत से विनाशकारी विभाजन का सामना करने वाली पार्टी को एक बड़ा मनोवैज्ञानिक बढ़ावा मिलेगा.

मई 2022 में रुतुजा आर. लटके के पति रमेश लटके की मौत के बाद यह सीट खाली हुई थी. उपचुनाव में रुतुजा को कुल डाले गए वोटों का 66,530 वोट- 76.85 प्रतिशत वोट मिले. हैरान करने वाली बात यह है कि इस सीट पर 12,806 मतदाताओं यानी 14.79 प्रतिशत लोगों ने उपरोक्त में से कोई नहीं यानी नोटा का बटन दबाया. मतलब कुल 7 प्रत्याशी मैदान में थे जिनमें से रुतुजा को सबसे अधिक वोट मिले बाकी 6 प्रत्याशियों को नोटा से भी कम वोट मिले.

उपविजेता नोटा केबाद निर्दलीय राजेश त्रिपाठी को 1,671 वोट मिले, नीना खेडेकर को 1,531 वोट मिले, आपकी अपनी पार्टी के बाला वी. नादर को 1,515 वोट मिले, निर्दलीय फरहाना एस. सईद को 1,093 वोट मिले, राइट टू रिकॉल पार्टी के मनोज नायक को 900 वोट मिले और निर्दलीय मिलिंद कांबले को 624 वोट मिले.

एमवीए ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी-बालासाहेबंची शिवसेना और उसके सहयोगियों पर लटके को हराने के लिए नोटा विकल्प का इस्तेमाल करने के लिए मतदाताओं के बीच प्रचार करने का आरोप लगाते हुए आलोचना की है.

आदित्य ठाकरे, मुख्य प्रवक्ता और सांसद अरविंद सावंत, राष्ट्रीय प्रवक्ता किशोर तिवारी, पूर्व मंत्री अनिल परब, विधान परिषद में उप नेता डॉ नीलम गोरहे और अन्य शीर्ष शिवसेना-यूबीटी नेताओं ने उपचुनावों में भाजपा की निम्न स्तर की गंदी राजनीति का आरोप लगाकर हमला किया.

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे, मंत्री चंद्रकांत पाटिल और शहर अध्यक्ष आशीष शेलार ने आरोपों से इनकार किया और लोगों के मूड का हवाला देते हुए एमवीए पर पलटवार किया.

विजेता लटके ने भी सत्तारूढ़ गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सही संख्या में वोटों की संख्या है जो भाजपा को उपचुनाव लड़ने पर मिलती और इसलिए उन्होंने अपने उम्मीदवार के नाम को वापस ले लिया, लेकिन भाजपा ने उनकी दलीलों को खारिज कर दिया.

बीएसएस, आम आदमी पार्टी और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने कोई उम्मीदवार नहीं खड़ा किया, जिससे यह चुनाव में लटके के लिए रास्ता आसान बन गया. अपनी जीत के तुरंत बाद, लटके ने पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से आशीर्वाद लेने के लिए फोन किया, एमवीए के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया. इसके अलावा इस दौरान उन्होंने अपने दिवंगत पति रमेश लटके द्वारा अपने क्षेत्र में किए गए अच्छे काम को भी इस जीत के लिए समर्पित किया.

रुतुजा आर. लटके की जीत पर शिवसेना भवन के पास अंधेरी पूर्व, बांद्रा और दादर में बड़ी संख्या में महिलाओं, युवाओं और यहां तक कि वरिष्ठ नागरिकों ने एक दुसरे को मिठाई खिलाई और और डांस और गानों के साथ जीत का जश्न बनाया.