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पाटीदार आरक्षण: हार्दिक पटेल कांग्रेस का साथ देंगे या नहीं? आज उठेगा पर्दा

पाटीदार आरक्षण पर कांग्रेस से सुलह और उम्मीदवारों की सूची पर सियासी संग्राम के बीच गुजरात के युवा नेता हार्दिक पटेल अपना पत्ता खोल सकते हैं।

Updated on: 21 Nov 2017, 12:25 PM

highlights

  • पटेल आरक्षण पर कांग्रेस के भरोसे के बीच हार्दिक पटेल आज करेंगे प्रेस कांफ्रेंस
  • कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी गुजरात के शीर्ष नेताओं से मुलाकात करेंगे

नई दिल्ली:

पाटीदार आरक्षण पर कांग्रेस से सुलह और उम्मीदवारों की सूची पर सियासी संग्राम के बीच गुजरात के युवा नेता हार्दिक पटेल अपना पत्ता खोल सकते हैं।

पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पीएएएस) प्रमुख हार्दिक विधानसभा चुनावों में कांग्रेस का साथ देंगे या नहीं यह अब भी बड़ा सवाल बना हुआ है।

इस बीच सीटों के बंटवारे को लेकर पीएएएस के साथ उठे विवाद पर चर्चा के लिये दिल्ली में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी गुजरात के शीर्ष नेताओं से मुलाकात करेंगे। साथ ही राहुल चुनाव में 'विजय रणनीति' अपनाने पर विचार करेंगे।

22 साल से राज्य में सत्ता का इंतजार कर रही कांग्रेस पाटीदार नेता हार्दिक और दलित नेता जिग्नेश मेवाणी पर डोरे डाल रही है। दोनों नेता गुजरात में सत्तारूढ़ बीजेपी का विरोध कर रही है।

सीटों पर विवाद

कांग्रेस ने गुजराज विधानसभा के लिए अब तक 90 उम्मीदवारों वाली दो सूची जारी की है। पहली सूची के बाद सूरत में कांग्रेस और पाटीदार कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई थी।

दरअसल पीएएएस की कांग्रेस से अंदरखाने चली बातचीत में सीटों की डील हई थी। लेकिन कांग्रेस की सूची में पाटीदार समर्थकों को ज्यादा प्रतिनिधित्व नहीं मिलने से पीएसएस नाराज है।

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कांग्रेस ने जो उम्मीदवारों की सूची जारी की है उसमें पटेल समाज के 19 सदस्यों को टिकट दिया गया है। इनमें हार्दिक के केवल दो सहयोगी हैं जिसे लेकर नाराजगी है।

पीएएएस के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि उन्होंने 20 सीट की मांग की थी जिसे नजरअंदाज किया गया है। अब सबकी निगाहें पीएएएस प्रमुख हार्दिक पटेल पर है।

आरक्षण पर सहमति

करीब दो सालों से पटेलों के लिए आरक्षण की मांग कर रही पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पीएएएस) और कांग्रेस के बीच सहमति बन गई है। हालांकि, यह साफ नहीं है कि दोनों के बीच आरक्षण देने के लिए किस फॉर्मूले पर बात हुई है।

गुजरात में पटेल ओबीसी (अन्य पिछड़ी जातियों) के तहत आरक्षण की मांग कर रहे हैं। पिछले दिनों पीएएएस संयोजक दिनेश बामनिया ने कहा था कि हमारा एकमात्र मकसद आरक्षण हासिल करना है।

आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी की पटेलों के बीच अच्छी पकड़ रही है और बीजेपी को जीताने में पटेल समुदाय ने बड़ी भूमिका निभाई है। अब आरक्षण की मांग के बाद कांग्रेस की कोशिश है कि पाटीदारों को साथ लाया जाए। गुजरात में पटेल करीब 13 प्रतिशत हैं।

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