रहीम के दोहे ट्वीट कर तेजप्रताप ने एक बार फिर ऐश्वर्या राय को टेंशन में डाला
पत्नी ऐश्वर्या राय से मनमुटाव के बाद तलाक की अर्जी दाखिल कर चुके बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप याद ने एक प्रसिद्ध दोहे को ट्वीट किया है. दोहा रहीम का है.
नई दिल्ली:
पत्नी ऐश्वर्या राय से मनमुटाव के बाद तलाक की अर्जी दाखिल कर चुके बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने एक प्रसिद्ध दोहे को ट्वीट किया है. दोहा रहीम का है. इस दोहे से लग रहा है कि तलाक लेने की अर्जी दाखिल कर चुके तेजप्रताप का मूड अब भी चेंज नहीं हुआ है. हालांकि दोनों परिवारों के शुभचिंतक मामला सुलझाने की कोशिशें कर रहे हैं. ट्वीट में तेजप्रताप ने लिखा, ...टूटे से फिर ना जुटे, जुटे गांठ परि जाये'.
...टूटे से फिर ना जुटे, जुटे गाॅठ परि जाये ।।
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) November 22, 2018
इससे पहले मथुरा में तेज प्रताप यादव ने कहा था, ऐश्वर्या और मेरे बीच मतभेद हैं. यह रिश्ता बेमेल है. शादी से पहले ही मैंने इस बारे में घरवालों से बात की थी पर किसी ने मेरी एक न सुनी. जबतक मुझसे सब सहमत नहीं होते. मैं घर कैसे लौट सकता हूं"
दोहे से क्या कहना चाहते हैं तेजप्रताप
दरअसल, तेजप्रताप ने पूरा दोहा ट्वीट नहीं किया है. रहीम का पूरा दोहा इस प्रकार है, 'रहिमन धागा प्रेम का, मत तोरो चटकाय. टूटे पे फिर ना जुरे, जुरे गाँठ परी जाय'. मतलब प्रेम का रिश्ता एक नाजुक डोर की तरह होती है. इसे एक झटके में नहीं तोड़ना चाहिए. यदि प्रेम की यह डोर एक बार टूट जाती है तो फिर इसे जोड़ना कठिन होता है. यदि जोड़ा भी जाए तो इसमें गांठ पड़ जाती है.
तेजप्रताप ने कहा था, घुट-घुटकर जीने से फायदा नहीं
तलाक की अर्जी दायर करने के बाद तेज प्रताप यादव ने कहा था, घुट-घुटकर जीने से कोई फायदा नहीं है. उन्होंने कहा कि अब ऐश्वर्या राय के साथ रहना मुश्किल है. तेजप्रताप ने तलाक की दाखिल अर्जी में संबंधों में सामंजस्य न होने को कारण बताया है. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा था कि वह कृष्ण हैं, लेकिन उनकी पत्नी ऐश्वर्या राधा नहीं बन पाईं.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Vastu Tips: दक्षिण दिशा में मुख करके पूजा करना शुभ या अशुभ? कहीं आप तो नहीं कर रहें ये गलती
-
Kya Kehta Hai Hinduism: हिंदू धर्म में क्या है मुस्लिमों का स्थान, सदियों पुराना है ये इतिहास
-
Surya Dev ki Aarti: रविवार के दिन जरूर पढ़ें सूर्यदेव की ये आरती, जीवन में आएगा बड़ा बदलाव!
-
Varuthini Ekadashi 2024: वरुथिनी एकादशी आज, इस शुभ मुहूर्त में करें पारण, जानें व्रत खोलने का सही तरीक