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जीतन राम मांझी का बड़ा बयान, कहा- 'जो दारू से बैन हटाए, अब उसी को दें वोट..'

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने एक बार फिर शराबबंदी को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है. मांझी ने बिहार में शराबबंदी को नाटक बताते हुए एक बार फिर बड़ा बयान दे दिया है.

Updated on: 23 Aug 2023, 02:53 PM

highlights

  • जीतन राम मांझी का बड़ा बयान
  • बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कही बड़ी बात
  • कहा- 'जो दारू से बैन हटाए, अब उसे ही दें वोट..'

 

 

 

 

Patna:

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने एक बार फिर शराबबंदी को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है. मांझी ने बिहार में शराबबंदी को नाटक बताते हुए एक बार फिर बड़ा बयान दे दिया है. उन्होंने कहा है कि, ''बिहार में शराबबंदी से सिर्फ दलितों और महादलितों का शोषण हो रहा है, जिससे बिहार कि महिलायें और बेटियां काफी परेशान हैं.'' दरअसल, जीतन राम मांझी ने वजीरगंज प्रखंड के पतेड़ मंगरावा गांव का दौरा करने के दौरान  महादलित समुदाय के लोगों से मुलाकात की, उसी दौरान मांझी ने लोगों से कहा कि, ''जो सरकार दारू से बैन हटाएगा, अब उसे ही वोट देना है.'' अब इस बयान से बिहार में सियासत एक बार फिर गरमा गई है.

आगे मांझी ने कहा कि, ''जब हम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ थे, उस वक्त भी हमने कहा था कि शराबबंदी ठीक नहीं है. बिहार में शराबबंदी का जो नाटक चल रहा है, उसे बंद करें.'' वहीं, मांझी से मंगरावा गांव के लोगों ने बताया कि, ''पहले भी शराब के नाम पर गांव के लोगों के साथ आबकारी और पुलिस मारपीट कर चुकी है. पुलिस की पिटाई से दर्जनों महिला, पुरुष और बच्चे घायल हो गये हैं.'' बता दें कि, बयान देने के बाद लोगों की बातें सुनकर मांझी भड़क गये और उन्होंने खुले मंच से अपील की कि, ''अब जो सरकार शराब, बालू और ताड़ी से प्रतिबंध हटाएगी, उसी को आप सब वोट दें.'' साथ ही उन्होंने कहा कि, ''बिहार में शराबबंदी से सबसे ज्यादा शोषण महादलित समुदाय का हो रहा है, इससे जल्द से जल्द बंद होना चाहिए.''

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इसके साथ ही आगे मांझी ने ये भी कहा कि, ''हमारे पिताजी भी शराब बनाते थे, लेकिन आजकल जो शराब बन रही है, वो जहरीली है. मेरे पिताजी घर में शराब बनाते तब उसको बनाने में सात से आठ दिन का समय लगता था, लेकिन आज कल जल्दबाजी में शराब माफिया दो घंटे में ही शराब बना दे रहे हैं, जिसमें यूरिया समेत अन्य जहरीली पदार्थों का इस्तेमाल किया जा रहा है और यही कारण है कि लोगों की जान जा रही है.'' साथ ही कहा कि, ''एक राजमिस्त्री की मज़दूरी 700 रुपये है. वह काम करते-करते थक जाता है, आधी बोतल शराब पी लेता है और पुलिस उसे पकड़ लेती है. अब उस गरीब आदमी को 6000 रूपये का जुर्माना भरना पड़ेगा, इसके साथ-साथ उसे ऊपरी भी देना पड़ता है, अब वह गरीब आदमी कहां से भरेगा ? उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर गरीबों को मारने का भी आरोप लगाया.''