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Jamui Loksabha: जमुई सीट पर NDA का दबदबा! जानिए जातीय समीकरण

19 अप्रैल को 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर पहले चरण का मतदान होना है. बिहार में सात चरणों में मतदान होगा. वहीं, पहले चरण में चार लोकसभा सीटों पर मतदान हो रहा है, जिसमें जमुई, गया, नवादा और औरंगाबाद शामिल है.

Updated on: 18 Apr 2024, 02:06 PM

highlights

  • जमुई लोकसभा सीट का जातीय समीकरण
  • जमुई सीट पर एनडीए का दबदबा
  • अरुण भारती Vs अर्चना रविदास

Jamui:

Jamui Loksabha Election 2024: 19 अप्रैल को 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर पहले चरण का मतदान होना है. बिहार में सात चरणों में मतदान होगा. वहीं, पहले चरण में चार लोकसभा सीटों पर मतदान हो रहा है, जिसमें जमुई, गया, नवादा और औरंगाबाद शामिल है. आज हम बिहार की हॉट सीटों में से एक जमुई लोकसभा सीट के समीकरण को जानते हैं. जमुई सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित की गई है. इस सीट से एनडीए प्रत्याशी अरुण भारती ने नामांकन भरा है तो गठबंधन की तरफ से इस सीट पर अर्चना रविदास चुनावी मैदान में उतरी हैं. दोनों के बीच ही कांटे का मुकाबला देखा जा रहा है.

एनडीए प्रत्याशी अरुण भारती की बात करें तो लोजपा (रामविलास) चिराग पासवान के जीजा जी हैं और लंदन से अपनी पढ़ाई पूरी कर बिहार लौटे हैं. वहीं, अर्चना रविदास मुकेश यादव की पत्नी हैं. मुकेश यादव आरजेडी के टिकट से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं. जमुई लोकसभा सीट से प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार में चुनावी शंखनाद फूंका था तो इसी सीट से तेजस्वी यादव ने भी चुनावी प्रचार की शुरुआत की. जमुई में यादव और दलित वोट चुनाव में अहम भूमिका निभाते हैं. इसी को देखते हुए आरजेडी ने यह दांव खेला है. 

पिछले तीन बार से एनडीए का जमुई पर दबदबा

जमुई लोकसभा सीट 2009 के लोकसभा चुनाव के समय फिर से अस्तित्व में आया. दरअसल, 1973 में हुए परिसीमन के दौरान इस सीट का अस्तित्व मिट गया था, लेकिन 2009 में दोबारा से जमुई अस्तित्व में आया. इस सीट की खास बात यह है कि जब से यह सीट अस्तित्व में आया है, यहां पर एनडीए ने अपना कब्जा जमाया हुआ है. पिछले तीन चुनाव 2009, 2014 और 2019 में जीत का ताज एनडीए के सिर पर सजा. राजनीतिक जानकारों की मानें तो 2024 लोकसभा चुनाव में एनडीए जीत हासिल कर सकती है.

जमुई लोकसभा सीट के अंदर 6 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिसमें शेखपुरा, सिंकदरा, झाझा, तारापुर, जमुई और चकाई शामिल है.

नाम  MLA राजनीतिक पार्टी
शेखपुरा विजय कुमार RJD
चकई सुमित कुमार सिंह    आईएनडी
तारापुर राजीव कुमार सिंह JD(U)
झाझा दामोदर राउत JD(U)
सिंकदरा (SC) प्रफुल कुमार मांझी HAMS
जमुई श्रेयसी सिंह BJP


तीन सालों का समीकरण

  1. आपको बता दें कि एक बार फिर से अस्तित्व में आने के बाद 2009 में जमुई लोकसभा सीट से जेडीयू प्रत्याशी भूदेव चौधरी के सिर जीता का ताज सजा था. इस चुनाव में जेडीयू एनडीए का हिस्सा थी.
  2. वहीं, 2014 के लोकसभा चुनाव के समय जेडीयू एनडीए से अलग होकर चुनाव लड़ रही थी. इस चुनाव में एनडीए की तरफ से लोजपा को यह सीट दी गई थी, जहां से चिराग पासवान ने चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की.
  3. 2019 में भी चिराग ने दूसरी बार जमुई से जीत दर्ज की. 
  4. 2024 में भी एनडीए ने यह सीट चिराग की पार्टी लोजपा (रामविलास) को दी है और इस सीट से चिराग के जीजा जी अरुण भारती चुनाव लड़ रहे हैं. अरुण भारती के नाम से पहले यह भी आशंका जताई जा रही थी कि इस सीट से अगर चिराग पासवान नहीं लड़ते हैं तो उनके पिता स्व. रामविलास पासवान के प्रदेश महासचिव संजय पासवान जमुई सीट से लड़ सकते हैं. जमुई से मौजूदा सांसद चिराग हाजीपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.

जमुई लोकसभा सीट का जातीय समीकरण

जमुई लोकसभा सीट अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित है. जमुई में MY समीकरण की बड़ी आबादी है. वोटर्स की बात करें तो यहां एससी वोटर्स करीब 17.1 प्रतिशत, एसटी 3.3 प्रतिशत, मुस्लिम 10.7 प्रतिशत, यादव 17.8 प्रतिशत हैं. 

भूदेव चौधरी के नाम पर थी चर्चा!

दूसरी तरफ अरुण भारती के खिलाफ जमुई सीट से महागठबंधन की सरकार ने आरजेडी प्रत्याशी अर्चना रविदास को चुनावी मैदान में उतारा है. अर्चना रविदास से पहले भूदेव चौधरी के नाम पर भी चर्चा थी. 2009 में भूदेव चौधरी ने एनडीए में रहकर जीत हासिल की थी, लेकिन उसके बाद उन्होंने आरजेडी का हाथ थाम लिया.