Hastrekha Shastra: जिन लोगों के हाथ-पैर में होती हैं 6 उंगलियां, होते हैं भाग्यशाली और इन क्षेत्रों में पाते हैं सफलता
ज्योतिष शास्त्र (Hastrekha shastra) में छह उंगली वालों को शुभ वाला माना गया है. जिन लोगों के हाथ-पैर में 6 उंगलियां (6 fingers in hand) होती हैं. वे बहुत ही भाग्यशाली होते है. ऐसे लोग 5 उंगली वाले लोगों से भी ज्यादा बुद्धिमान होते हैं.
नई दिल्ली:
वैसे तो लोगों की पांच उंगलियां होती है. लेकिन, अक्सर आपने देखा होगा कि कई लोगों की छह उंगलियां (People With 6 Fingers) भी होती हैं. कुछ हाथों में छोटी उंगली के पास छठी उंगली होती है और वहीं कुछ हाथों में अंगूठे के पास में होती है. ज्योतिष शास्त्र (Hastrekha shastra) में छह उंगली वालों को शुभ वाला माना गया है. जिन लोगों के हाथ-पैर में 6 उंगलियां होती हैं. वे बहुत ही भाग्यशाली होते है. ऐसे लोग 5 उंगली वाले लोगों से भी ज्यादा बुद्धिमान होते हैं. तो, चलिए ऐसे लोगों के व्यक्तित्व के बारे में जानते हैं.
यह भी पढ़े : Chanakya Niti: इस चीज को कभी न करें सहन, जहर का घूंट पीने के होता है समान
सामुद्रिक शास्त्र (samudrik shastra) के अनुसार, जिन लोगों के हाथ में 6 उंगलियां होती हैं ऐसे लोग काफी भाग्यशाली माने जाते हैं. ये जीवन में अपनी बुद्धि और कार्य क्षमता के बल पर हर क्षेत्र में तरक्की के साथ पैसा हासिल करते हैं. वहीं ऐसे व्यक्तियों को दूसरों के कार्यों में मीन-मेख निकालने की भी बड़ी आदत होती है जो इनके लिए कभी कभी समस्या भी बन जाती है.
हस्तरेखा और सामुद्रिक शास्त्र के मुताबिक, जिन लोगों के हाथ में छः अंगुलियां होती हैं. वे भाग्यशाली होते हैं. वहीं जिस व्यक्ति के हाथ में 10 से अधिक उंगलियां होती हैं. वे ज्यादा फायदा कमाने वाला और हर काम में छानबीन करने वाला होता है.
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार कहा जाता है कि 6 उंगलियों वाले लोग घूमने फिरने के भी काफी शौकीन होते हैं. ऐसे लोगों को खेल और कला के क्षेत्र में काफी सफलता मिलती है. इनका स्वभाव काफी मेहनती और ईमानदारी वाला होता है.
ऐसा कहा जाता है कि छह उंगली वाले लोगों का दिमाग काफी तेज चलता है. ये लोग अपना काम पूरी ईमानदारी और मेहनत से करते हैं लेकिन, ये दूसरे के काम में हमेशा कमी निकालते हैं. इसलिए इन लोगों के कभी-कभी दूसरे लोगों से संबंध बिगड़ जाते हैं. ऐसे लोग अच्छे आलोचक भी माने जाते हैं.
जिन लोगों के हाथों या पैरों में 1 अतिरिक्त उंगली छोटी उंगली से जुड़ी होती है, उस पर बुध पर्वत का और अंगुठे से जुड़ी उंगली पर शुक्र पर्वत का प्रभाव रहता है.
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, हाथों की उंगलियों की संख्या और बनावट इंसान के मस्तिष्क को प्रभावित करती है. इसलिए, प्राचीन काल से ही ऋषि-मुनि उंगलियों और अंगूठे को आपस में मिलकर अलग-अलग मुद्रा (Six Finger Astrology) बनाकर ध्यान लगाते थे.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Pramanand Ji Maharaj: प्रेमानंद जी महाराज के इन विचारों से जीवन में आएगा बदलाव, मिलेगी कामयाबी
-
Shri Premanand ji Maharaj: मृत्यु से ठीक पहले इंसान के साथ क्या होता है? जानें प्रेमानंद जी महाराज से
-
Maa Laxmi Shubh Sanket: अगर आपको मिलते हैं ये 6 संकेत तो समझें मां लक्ष्मी का होने वाला है आगमन
-
May 2024 Vrat Tyohar List: मई में कब है अक्षय तृतीया और एकादशी? यहां देखें सभी व्रत-त्योहारों की पूरी लिस्ट