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बैडमिंटन: ऑल इंग्लैंड ओपन में सिंधु-सायना पर दारोमदार, इतिहास रचने का मौका

अब तक केवल दो भारतीय खिलाड़ी ही ऑल इंग्लैंड ओपन को जीतने में सफल रहे हैं। प्रकाश पदुकोण ने 1980 में और मौजूदा भारतीय टीम के कोच पुलेला गोपीचंद ने 2001 में यह खिताब जीता।

Updated on: 06 Mar 2017, 11:34 PM

नई दिल्ली:

पीवी सिंधु और सायना नेहवाल मंगलवार से शुरू हो रहे आल इंग्लैंड ओपन में भारत की चुनौती पेश करने उतरेंगी। सायना और सिंधु इस टूर्नामेंट को जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनने के लक्ष्य से दुनिया की शीर्ष खिलाड़ियों की चुनौतियों का सामना करेंगी।

अब तक सिर्फ दो भारतीय खिलाड़ी ही इस टूर्नामेंट को जीतने में सफल रहे हैं। प्रकाश पदुकोण ने 1980 में और मौजूदा भारतीय टीम के कोच पुलेला गोपीचंद ने 2001 में यह खिताब जीता। लेकिन कोई महिला खिलाड़ी इस खिताब को जीतने में सफल नहीं हुई है।

टूर्नामेंट में सिंधु को छठी वरीयता मिली है। वह अपने पहले मुकाबले में डेनमार्क की मैटी पाउलसन के सामने होंगी। लंदन ओलम्पिक में कांस्य पदक जीतने वाली सायना को इस टूर्नामेंट में आठवीं वरीयता मिली है। वह अपने पहले मुकाबले में जापान की नोजोमी ओकुहारा से भिड़ेंगी।

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सायना 2015 में इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची थीं, लेकिन दूसरी विश्व वरीयता प्राप्त स्पेन की कैरोलिना मारिन ने उनको शिकस्त देकर सायना से इतिहास रचने का मौका छीन लिया था। हालांकि इस बार भी उनसे उम्मीदें कम नहीं हैं, लेकिन उम्मीदों के इस बोझ को वह रियो ओलम्पिक-2016 में रजत पदक जीतने वाली सिंधु के साथ साझा करेंगी।

बीते साल शानदार प्रदर्शन कर सिंधु बैडमिंटन के विश्व पटल पर मजबूत प्रतिद्वंद्वी के रूप में खुद को स्थापित करने में सफल रही हैं और इसी कारण उनसे इस टूर्नामेंट में जीत की उम्मीदें पहले से ज्यादा बढ़ गई हैं।

दोनों खिलाड़ियों ने इस साल एक-एक खिताब अपने नाम किया है। सायना ने मलेशियन मास्टर्स में जीत हासिल की थी, तो सिंधु ने सेयद मोदी टूर्नामेंट जीतकर इस साल खाता खोला था।

दूसरी विश्व वरीयता प्राप्त स्पेनिश स्टार कैरोलीना मारिन एकबार फिर सिंधु और सायना की राह का सबसे बड़ा कांटा होंगी। मारिन के अलावा, चीनी ताइपे की ताई जु यिंग, कोरिया की सुंग जी ह्यून, चीन की सुन यु भी भारतीय खिलाड़ियों को चुनौती देती नजर आएंगी।

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वहीं, पुरुष वर्ग में एच.एस प्रनॉय, किदाम्बी श्रीकांत, अजय जयराम भारतीय चुनौती पेश करेंगे। बीते एक वर्ष से शानदार फॉर्म में चल रहे समीर वर्मा और उनके भाई सौरभ वर्मा भी इस टूर्नामेंट में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। हालांकि इन दोनों भाइयों को मुख्य दौर में जाने के लिए क्वालीफाइंग दौर से गुजरना होगा। टूर्नामेंट के क्वालीफायर राउंड मंगलवार को खेले जाएंगे।

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