International Day of Girl Child: 5 साल पहले हुई थी शुरुआत, जानें क्यों मनाया जाता है ये दिवस
विश्वभर में पहला अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस 11 अक्टूबर 2012 को मनाया गया।
नई दिल्ली:
11 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस (International Day of the Girl Child) मनाया जा रहा है। इसकी शुरुआत पांच साल पहले साल 2012 में हुई थी।
पिछले साल इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर के जरिए देशवासियों को संदेश दिया था। पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा था, 'बालिकाओं ने पढ़ाई से लेकर खेल तक, हर क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ी है। मैं अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर उनकी उपलब्धियों को सलाम करता हूं।'
मोदी ने अगले ट्वीट में लिखा था, 'हम सभी को एक साथ मिलकर ऐसे भारत का निर्माण करना चाहिए, जहां लिंग के आधार पर भेदभाद न हो। लड़कियों को अपना हुनर दिखाने का हर अवसर मिले।'
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कब हुई शुरुआत
विश्वभर में पहला अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस 11 अक्टूबर 2012 को मनाया गया। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने साल 19 दिसंबर 2011 को इस बारे में एक प्रस्ताव पारित किया था।
क्यों मनाया जाता है ये दिवस
इसके तहत बालिकाओं के अधिकारों और विश्व की उन चुनौतियों का जिनका वे मुकाबला करती हैं, को मान्यता देने के लिए यह दिवस मनाए जाने का निर्णय लिया गया था। पहले अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस का विषय बाल विवाह की समाप्ति रहा है।
'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' योजना
इसी के तहत पीएम मोदी ने 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' अभियान की शुरुआत की थी। बालिकाओं को संरक्षण और सशक्त करने के लिए 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' योजना की शुरुआत साल 2015 में की थी।
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