Hanuman Janmotsav: गृह मंत्रालय ने हनुमान जन्मोत्सव पर राज्यों को जारी की एडवाइजरी
अमित शाह के कार्यालय ने ट्वीट किया, 'राज्य सरकारों को कानून और व्यवस्था के रखरखाव, त्योहार के शांतिपूर्ण पालन और समाज में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने वाले किसी भी तत्व या घटना की निगरानी सुनिश्चित करें.'
highlights
- बिहार और पश्चिम बंगाल के लिए सुरक्षा बलों से खासतौर पर अलर्ट रहने को कहा गया
- बीते सप्ताह रामनवमी पर और उसके बाद छह राज्यों में भड़की थी सांप्रदायिक हिंसा
- ऐसे में हनुमान जन्मोत्सव पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यों को जारी की विस्तृत एडवाइजरी
नई दिल्ली:
देश के कई हिस्सों में रामनवमी (Ramnavmi) पर भड़की सांप्रदायिक हिंसा (Communal Violence) के बाद हनुमान जन्मोत्सव (Hanuman Janmotsav) पर केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) ने राज्यों को एडवाइजरी जारी की है. इसमें अमन और सौहार्द्र बनाए रख राज्यों से कानून-व्यवस्था बनाए रखने को कहा गया है. इन दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि समाज में सांप्रदायिक सद्भाव (Communal Harmony) को बिगाड़ने वाली किसी भी घटना या तत्वों को त्वरित संज्ञान में ले कार्रवाई की जाए. गौरतलब है कि केंद्र सरकार (Modi Government) का यह कदम 30 मार्च को रामनवमी (Ramnavmi Violence) पर और उसके बाद पश्चिम बंगाल, बिहार और महाराष्ट्र सहित छह राज्यों में सांप्रदायिक हिंसा के बाद उठाया गया है. हिंसा में कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए. इस कड़ी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के कार्यालय ने ट्वीट किया, 'राज्य सरकारों को कानून और व्यवस्था के रखरखाव, त्योहार के शांतिपूर्ण पालन और समाज में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने वाले किसी भी तत्व या घटना की निगरानी सुनिश्चित करें.' रामनवमी पर सांप्रदायिक हिंसा के शिकार बिहार और पश्चिम बंगाल के लिए सुरक्षा बलों से खासतौर पर अलर्ट रहने को कहा गया है.
बीते सप्ताह रामनवमी हिंसा की पुनरावृत्ति से बचें
केंद्र की एडवाइजरी के दिशा-निर्देशों से परिचित लोगों ने कहा कि यह राज्यों- केंद्र शासित प्रदेशों में पुलिस को उन क्षेत्रों में पर्याप्त कर्मियों को तैनात करने के लिए कहता है, जहां हनुमान जन्मोत्सव के दौरान धार्मिक समूहों द्वारा जुलूस निकाले जाने की उम्मीद है ताकि पिछले सप्ताह रामनवमी पर हुई हिंसा की पुनरावृत्ति से बचा जा सके. मंत्रालय की एडवाइजरी के मुताबिक देश में जहां-जहां धारा-144 लागू है, उन इलाकों में शोभायात्रा न निकालने दी जाए. पश्चिम बंगाल के हुगली और हावड़ा जिलों से पिछले कुछ दिनों में रामनवमी के जुलूसों को लेकर झड़पों और आगजनी की घटनाओं की सूचना मिली थी, जिसमें सोमवार की रात भी शामिल थी. गृह मंत्रालय ने मंगलवार को तीन दिनों के भीतर राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है. कलकत्ता उच्च न्यायालय ने भी झड़पों की विस्तृत जांच की मांग की है.
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बंगाल में केंद्रीय सशस्त्र बल तैनात
रामनवमी पर और उसके बाद सांप्रदायिक हिंसा ने बिहार के रोहतास और नालंदा जिलों को भी हिला दिया. अमित शाह ने स्थिति का जायजा लेने के लिए बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर से भी बात की. गृह मंत्रालय ने स्थिति से निपटने में राज्य प्रशासन की सहायता के लिए पहले ही अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों को बिहार भेज दिया है. निषेधाज्ञा लागू होने के बाद शाह ने 2 अप्रैल को रोहतास जिले में सासाराम के अपने प्रस्तावित दौरे को रद्द कर दिया था. बंगाल और बिहार दोनों सरकारों ने धारा 144 लागू कर दी है और कुछ क्षेत्रों में सामान्य स्थिति बहाल होने तक इंटरनेट सेवाओं को प्रतिबंधित कर दिया है. एमएचए ने ट्वीट किया कि हनुमान जयंती के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने में राज्य पुलिस की सहायता के लिए पश्चिम बंगाल में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल तैनात किया गया है.
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