logo-image

जम्मू-कश्मीर BJP अध्यक्ष रविंद्र रैना कोरोना संक्रमित, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने किया खुद को क्वरंटाइन

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने खुद को क्वरंटाइन कर लिया है. उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि शाम के चार बजे से तत्काल प्रभाव से खुद को क्वरंटाइन कर लिया है.

Updated on: 14 Jul 2020, 05:17 PM

नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है. उन्होंने इसकी जानकारी अपने ट्विटर हैंडल से दी है. उन्होंने लिखा कि नमस्कार मित्रों, आतंकवादियों द्वारा बानडीपुरा में भाजपा नेताओं वसीम बारी, उमर सुलतान एवं उनके पिता की हत्या के बाद मैं 5 दिनों तक कश्मीर/बानडीपुरा में रहा. आज मुझे हल्का सा बुखार था. टेस्ट करवाया तो रिपोर्ट में COVID-19 पॉजिटिव आया है. हालांकि कोई दूसरा लक्षण नहीं दिख रहा है.

 

वहीं इस खबर के बाद केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने खुद को क्वरंटाइन कर लिया है. उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि शाम के चार बजे से तत्काल प्रभाव से खुद को क्वरंटाइन कर लिया है. उन्होंने कहा कि 12 जुलाई को श्रीनगर से बांदीपोरा तक हमारे साथ रविंद्र रैना आए थे. जिसके बाद हमने खुद को तत्कला प्रभाव से क्वरंटाइन कर लिया है. 

यह भी पढ़ें- विकास दुबे मुठभेड: उप्र सरकार स्थिति रिपोर्ट पेश करेगी, न्यायालय 20 जुलाई को करेगा सुनवाई

वहीं दूसरी तरफ पूरा विश्व कोरोना संकट से जूझ रहा है. किसी भी देश के पास इसका इलाज नहीं है. कोरोना के कहर से लाखों लोग इसके काल में समा गए. विश्व में पिछले 24 घंटे में 1.95 लाख नए मामले सामने आए हैं, जबकि 3,727 लोगों की मौत हो गई. वहीं एक करोड़ 32 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं. जबकि मरने वालों की संख्या पांच लाख 74 हजार के पार पहुंच गई है. वहीं भारत में कोरोना मरीजों की संख्या 9 लाख के पार पहुंच गई है. हर किसी को इसकी वैक्सीन और दवाई का इंतजार है. लेकिन अभी तक ना तो इसकी वैक्सीन बनी और ना ही दवाई. लेकिन रूस से एक ऐसी खबर आई है, जो लोगों को थोड़ा सुकुन दे रही है.

यह भी पढ़ें- सचिन पायलट ने अपने ट्विटर प्रोफाइल से हटाया Congress और लिखा ये...

रूस की सेचेनोव विश्वविद्यालय ने बड़ा दावा किया है कि उसने कोरोना वायरस का वैक्‍सीन बना लिया है. यूनिवर्सिटी ने कहा है कि वह अगस्‍त तक वैक्सीन को मरीजों के बीच उपलब्‍ध भी करा देंगी. यह दावा वाकई लोगों के बीच एक खुशखबरी है. अच्छी बात ये है कि ह्यूमन ट्रायल में यह वैक्‍सीन इंसानों के लिए सेफ पाई गई है. हालांकि यह एक स्मॉल ट्रायल था, जो कि 38 वालंटियर्स पर किया गया है. इसके सारे ट्रायल गमलेई नैशनल रिसर्च सेंटर में पूरे किए गए हैं. वहीं रिसर्च हेड ने दावा किया है कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि 12 से 14 अगस्‍त के बीच वैक्सीन 'सिविल सर्कुलेशन' में आ जाएगी और उसके बाद इसका बड़े पैमाने पर निजी कंपनियां प्रॉडक्‍शन शुरू कर देंगी.