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चुनावी माहौल में सपा को सुप्रीम कोर्ट का करारा झटका, गायत्री प्रजापति के खिलाफ गैंगरेप मामले में FIR का आदेश

उत्तर प्रदेश सरकार के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर गायत्री प्रजापति पर पुलिस को तुरंत गैंगरेप और यौन उत्पीड़न के मामले में एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए हैं।

Updated on: 17 Feb 2017, 05:55 PM

नई दिल्ली:

चुनावी माहौल में सुप्रीम कोर्ट ने समाजवादी पार्टी को करारा झटका दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर गायत्री प्रजापति पर पुलिस को तुरंत गैंगरेप और यौन उत्पीड़न के मामले में एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने 35 वर्षीया महिला की अपील पर यह फैसला सुनाया है। पीड़ित महिला ने गायत्री प्रजापति पर उनके साथ गैंगरेप करने और साथ ही बेटी के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले की शिकायत की थी।

सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार से 8 हफ्तों के अंदर जवाब देने को भी कहा है। गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के दबंग नेता गायत्री प्रजापति के खिलाफ पीड़ित महिला पुलिस के पास गैंगरेप और यौन उत्पीड़न की शिकायत ले कर गई थी। लेकिन उसकी शिकायत पर कार्रवाई न होने पर महिला ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।

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पीड़िता का आरोप है कि आरोपी समाजवादी पार्टीके नेता गायत्री प्रजापति ने उसे समाजवादी पार्टी में अच्छा पद दिलाने का झांसा देकर पिछले दो साल में कई बार उसके साथ गैंगरेप किया।

समाजवादी पार्टी के नेता और अखिलेश यादव सरकार में मंत्री रह चुके गायत्री प्रजापति पर पहले भी कई आरोप लग चुके हैं। गायत्री प्रजापति पर आय से अधिक संपत्ति, अवैध कब्जे और अवैध खनन जैसे संगीन आरोप है।

पिछले दिनों समाजवादी पार्टी में हुई कलह के दौरान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें मंत्रिमंडल से भी निकाल दिया था लेकिन बाद में मुलायम सिंह यादव के हस्तक्षेप के बाद उन्हें वापस सरकार में शामिल करना पड़ा था।

इस बीच गायत्री प्रजापति ने इस मामले पर कहा है कि वो सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते है लेकिन यह मामला दरअसल उनके ख़िलाफ बीजेपी की साजिश है और जल्द ही सच सबके सामने आएगा।

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