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राज्य सभा के नए उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह की पूरी कहानी, पत्रकारिता में रहा था लंबा करियर

हरिवंश नारायण सिंह संसद के उच्च सदन राज्य सभा के नए उपसभापति चुन लिए गए हैं। एनडीए उम्मीदवार हरिवंश नारायण सिंह को वोटिंग में कुल 125 वोट मिले।

Updated on: 09 Aug 2018, 12:37 PM

नई दिल्ली:

हरिवंश नारायण सिंह संसद के उच्च सदन राज्य सभा के नए उपसभापति चुन लिए गए हैं। एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) उम्मीदवार हरिवंश नारायण सिंह को वोटिंग में कुल 125 वोट मिले। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य सभा में हरिवंश को जीत की बधाई दी। पीएम मोदी ने हरिवंश के बारे में कहा कि अब सब कुछ हरि के भरोसे है। हरिवंश नारायण ने यूपीए उम्मीदवार बी के हरिप्रसाद को हराया। हरिप्रसाद को कुल 105 वोट मिले।

हरिवंश नारायण जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के बिहार कोटे से राज्य सभा सांसद है। इससे पहले वे पेशे से पत्रकार और लेखक रह चुके हैं।

हरिवंश बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी माने जाते हैं। जेडीयू ने अप्रैल 2014 में उन्हें बिहार से राज्य सभा भेजा था। बता दें कि नारायण सिंह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बलिया के हैं।

हरिवंश भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के अतिरिक्त सूचना सलाहकार रह चुके हैं। इसके अलावा हरिवंश का पत्रकारिता में लंबा अनुभव रह चुका है। वे दैनिक अखबार प्रभात खबर के 25 साल तक प्रधान संपादक थे।

हरिवंश ने अपने करियर की शुरुआत टाइम्स ऑफ इंडिया से की थी। वे टाइम्स समूह की साप्ताहिक पत्रिका 'धर्मयुग' में 1981 तक उपसंपादक रहे थे।

हरिवंश ने 1981 से 1984 तक बैंक ऑफ इंडिया में नौकरी भी की थी। नौकरी में मन नहीं लगने के बाद वह वापस पत्रकारिता की दुनिया में आ गए थे। फिर वह अक्टूबर 1989 तक आनंद बाजार पत्रिका समूह से प्रकाशित होने वाली 'रविवार' पत्रिका में सहायक संपादक रहे।

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हरिवंश ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) से अर्थशास्त्र में एमए किया था और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया था। 

30 जून 1956 को बलिया के सिताबदियारा गांव में जन्में हरिवंश नारायण सिंह लोकनायक जयप्रकाश नारायण से काफी प्रभावित थे।

बता दें कि जून 2018 में कांग्रेस नेता पी जे कुरियन के रिटायरमेंट के बाद राज्य सभा उपसभापति पद का खाली था।