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कर्नाटक बाढ़: सीतारमण के यात्रा कार्यक्रम पर नहीं थम रही जुबानी जंग, जारी है विवाद

राज्य के एक मंत्री पर सवाल खड़े किए जाने के विरोध में कर्नाटक सरकार ने कहा कि वह केंद्र सरकार से किसी भी तरह कम नहीं है।

Updated on: 25 Aug 2018, 11:43 PM

नई दिल्ली:

रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण के बाढ़ प्रभावित कोडागू जिले के दौरे के दौरान उनके यात्रा कार्यक्रम को लेकर विवाद शनिवार को भी जारी रहा। राज्य के एक मंत्री पर सवाल खड़े किए जाने के विरोध में कर्नाटक सरकार ने कहा कि वह केंद्र सरकार से किसी भी तरह कम नहीं है। उन्होंने ट्वीटर पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, 'मैडम निर्मला सीतारमण, हमारे मंत्री कोडागू में राहत अभियानों को देखने के लिए जिला प्रशासन के साथ पिछले कई हफ्तों से मौजूद थे। आपको उन्हें वही सम्मान देना चाहिए जो उन्होंने आपकी तरफ से बढ़ाई गई मदद के लिए दिखाया था। आपको मेरे सहयोगी पर चिल्लाते देखना निराशाजनक था।'

सीतारमण प्रभावित लोगों के समूह से बात कर रही थीं, उसी दौरान जिला प्रभारी मंत्री महेश ने उनसे कहा कि समीक्षा बैठक के लिए अधिकारी उनका इंतजार कर रहे हैं और उन सबको पुनर्वास कार्य के लिए जाना है।

उन्होंने कहा कि वह पहले अधिकारियों से बात कर लें, जिस पर सीतारमण राजी भी हो गयीं। सीतारमण ने कहा, 'मैंने प्रभारी मंत्री का अनुसरण किया। यहां केंद्रीय मंत्री, प्रभारी मंत्री का अनुसरण कर रहे हैं। अविश्वसनीय! आपके पास मेरे लिए मिनट-मिनट की लिस्ट है...मैं आपके कार्यक्रम के हिसाब से काम कर रही हूं।'

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इसके बाद महेश ने ने एक टीवी चैनल से कहा था कि सीतारमण इस दर्द को तब समझतीं जब उन्होंने घर-घर जाकर वोट मांगा होता, मतदाताओं से मुलाकात कर उनकी समस्या पूछी होती और चुनाव लड़ा होता। वह कर्नाटक से राज्यसभा गईं थीं।