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भारत, पाकिस्तान और चीन की त्रिपक्षीय समिट होना चाहिए, डोकलाम जैसी दूसरी घटना और नहीं: चीनी राजदूत

चीनी राजदूत ने कहा कि शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के इतर भारत, पाकिस्तान और चीन के बीच एक त्रिपक्षीय समिट का आयोजन होना चाहिए।

Updated on: 18 Jun 2018, 01:46 PM

highlights

  • चीनी राजदूत ने कहा कि हम डोकलाम जैसी दूसरी घटना नहीं खड़ी कर सकते
  • चीन, पाकिस्तान और भारत के बीच त्रिपक्षीय समिट आयोजित करने पर दिया जोर
  • राजदूत ने कहा कि कैलाश मानसरोवर यात्रा में भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए व्यवस्था करेगा चीन

नई दिल्ली:

भारत में चीन के राजदूत ल्यू झाओहुई ने भारत और पाकिस्तान के साथ मिलकर एक त्रिपक्षीय समिट का प्रस्ताव सामने रखा है।

चीनी राजदूत ने कहा कि शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के इतर भारत, पाकिस्तान और चीन के बीच एक त्रिपक्षीय समिट का आयोजन होना चाहिए।

इंस्टीट्यूट ऑफ चाइनीज स्टडीज में चीनी राजदूत ने कहा, 'अगर चीन, रूस और मंगोलिया के बीच त्रिपक्षीय समिट संभव है तो हम चीन, पाकिस्तान और भारत के बीच क्यों नहीं कोशिश कर रहे हैं।'

इसके अलावा चीनी राजदूत ने कहा, 'हम डोकलाम जैसी दूसरी घटना नहीं खड़ी कर सकते। हमें सीमा पर शांति बनाए रखने के प्रयास करनी चाहिए।'

बता दें कि भारत और पाकिस्तान इसी साल एससीओ का पूर्ण सदस्य बना और हाल ही में चीन में संपन्न हुए समिट में हिस्सा लिया था।

चीनी राजदूत ने ट्वीट कर 5C को प्रोमोट करते हुए कहा, 'चीन भारत के संबंधों को सुधारने के लिए 5C के साथ आगे बढ़ना चाहिए, कम्युनिकेशन, कोऑपरेशन, कॉन्टैक्ट्स, कोऑर्डिनेशन और कंट्रोल।'

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इसके साथ ही उन्होंने सिनेमा, खेल, पर्यटन, संग्रहालय और युवाओं के क्षेत्र में सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने को कहा।

साथ ही उन्होंने कहा, 'चीन लगातार धार्मिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देगा। साथ ही चीन तिब्बत में कैलाश मानसरोवर की यात्रा में भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए व्यवस्था करेगा।'

गौरतलब है कि इस साल अप्रैल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने वुहान में अनौपचारिक मुलाकात के दौरान द्विपक्षीय मुद्दों और एशिया के दो बड़े देशों के बीच दूरियों को खत्म करने पर चर्चा की थी।

इसके बाद इसी महीने एससीओ समिट के इतर मुलाकात की और भारत में दूसरी अनौपचारिक मुलाकात करने का निर्णय लिया था।

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