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Main Ladega Review: फिल्म 'मैं लड़ेगा' हुई रिलीज, फिल्म की इंस्पायरिंग कहानी ने छुआ ऑडियंस का दिल

Main Ldega Review: फिल्म 'मैं लड़ेगा' सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है. दर्शकों से फिल्म को अच्छे रिव्यू मिल रहे हैं.

Updated on: 26 Apr 2024, 12:20 PM

New Delhi:

Main Ldega Review: फिल्म "मैं लड़ेगा" के ट्रेलर रिलीज़ ने ही फिल्म को हर जगह चर्चा का विषय बना दिया था. दर्शकों के लिए फिल्म फाइनली आपके नजदीकी सिनेमाघरों में रिलीज हो गयी है. फिल्म की प्रेरणादायक कहानी फिल्म की जान है जो सबका ध्यान अपनी और आकर्षित करने में सफल हो रही है. फिल्म 'मैं लड़ेगा'  मानव आत्मा के गहराई में जाती है और इंसान के अंदर के प्रतिरोध और दृढ़ संकल्प की शक्ति को सबके सामने रखती है. फिल्म को गौरव राणा ने डायरेक्ट किया है. फिल्म को आकाश प्रताप सिंह ने लिखा है और वह खुद ही फिल्म के हीरो भी है. उनकी शानदार परफॉरमेंस ने पूरी तरह से फिल्म को अपने कंधों पर संभाला है. फिल्म की कहानी दर्शकों के दिलों को छू रही है. आप सिनेमाघर से बाहर आकर भी फिल्म के बारे में सोचना नहीं बंद कर पाएंगे. 

दिल छू लेगी फिल्म की कहानी
फिल्म आकाश प्रताप सिंह (जिसे आकाश प्रताप सिंह ने निभाया है) के जीवन के चारों ओर घूमती है जो अपने परिवार की परेशानियों की वजह से खुद के जीवन को एक चौराहे पर खड़ा पाता है. एक टूटे हुए परिवार से आते हुए, जहां उसका पिता उसकी माँ के साथ दुर्व्यवहार  करता है , ऐसे में आकाश का जीवन एक सकारात्मक मोड़ पर चलता है जब उसकी मां और नाना उसे आर्मी हॉस्टल भेजने का निर्णय लेते हैं. आकाश अपनी माँ को छोड़कर नहीं जाना चाहता पर माँ के बार बार आग्रह करने पर वह अपनी पढ़ाई और भविष्य पर ध्यान केंद्रित करने के लक्ष्य से हॉस्टल आ जाता है . हालांकि, आकाश की मुश्किलें हॉस्टल में समाप्त नहीं होतीं. उसे सामाजिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है और इस नए जीवन में ढलना उसके लिए मुश्किल होता है . इस उथल-पुथल जीवन में आकाश एक लड़की से मिलता है  जो उसका सहारा बनती है, उसे अपनी चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रेरित करती है. 

अपनी मां के लिए उठाया बड़ा कदम 
इस नयी इच्छा से प्रेरित होकर, अपनी माँ को अपने पिता की हिंसा से बचाने के लिए ,आकाश का ध्यान अपने जीवन में बॉक्सिंग की तरफ जाता है और वह एक बॉक्सिंग प्रतियोगिता में जीत हासिल करने को हो अपना लक्ष्य बना लेता है. अपनी शारीरिक सीमाओं के बावजूद, वह एक प्रशिक्षण और आत्म-अन्वेषण की यात्रा पर निकलता है.  इसमें उसका साथ देता है गुरनाम जो उसी की क्लास में एक लड़का है. वह पिछले दो साल से इस प्रतियोगिता में भाग ले रहा है लेकिन गोल्ड मेडल नहीं जीत पाया है.गुरनाम उसका कोच बनकर उसको सभी चुनौतियों का सामना करने  की हिम्मत देता है. ऐसे में कैसे आकाश अपने लक्ष्य को पूरा करता है ,फिल्म के आगे की कहानी है जो फिल्म को सभी के लिए  प्रेरणादायक बनाती है. 

आकाश की एक्टिंग की हुई जमकर तारीफ
आकाश प्रताप सिंह ने आकाश के किरदार में जान डाल दी है. वह अपने किरदार की भावनात्मक गहराई को आसानी से उजागर करते  है. हर इमोशन को बहुत ही खूबसूरती के साथ उन्होंने पर्दे पर दिखाया है.  उनका अभिनय ही फिल्म की जान है. एक टूटे हुए परिवार के जटिलताओं से जूझने वाले एक युवा लड़के का चित्रण उन्होंने बहुत गंभीरता के साथ निभाया है. 


आकाश ने खुद  ही फिल्म का स्क्रीनप्ले लिखा है जो की  इमोशनल, ड्रामा और  वास्तविकता का एक महान मिश्रण है. उन्होंने अपने हर किरदार को बहुत गहराई के साथ लिखा है जिसकी वजह से हर कोई फिल्म के साथ कनेक्ट कर पा रहा है. उनकी परफॉर्मेंस की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है. फिल्म में सपोर्टिंग कास्ट ने बहुत खूबसूरती के साथ उनका साथ दिया हैं. गंधर्व देवान, वल्लरी विराज, और अश्वत भट्ट जैसे सहायक कास्ट ने मजबूत प्रदर्शन दिया है जो कि फिल्म की वास्तविकता को बढ़ाता है. 

"मैं लड़ेगा" में गौरव राणा का निर्देशन वास्तव में सराहनीय है, क्योंकि उन्होंने बहुत  कुशलता के साथ अपनी पूरी कास्ट का बेस्ट बाहर निकाला है.  फिल्म की प्रोडक्शन वैल्यू कमाल की है.  वर्ल्ड  क्लास बॉक्सिंग एक्शन से लेकर किरदारों के बीच भावनात्मक संबंधों तक, हर पहलू पर बहुत मेहनत की गयी है और डिटेल में उसको दर्शाया गया है.  "मैं लड़ेगा" का संगीत फिल्म में चार चाँद लगता है.  हर भावना को संतुलित करने वाले विविध मूड को संगीत के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है . फिल्म की सिनेमेटोग्राफी भी सराहनीय है. बॉक्सिंग सीन की डिटेलिंग और आकाश के जीवन की भावनात्मक उलझन को खूबसूरती से परदे पर दिखाया गया है जो फिल्म में गहराई लेकर आता है. 

कथाकार फिल्म्स के द्वारा प्रस्तुत और अक्षय भगवानजी और पिनाकिन भक्ता द्वारा प्रोड्यूस , "मैं लड़ेगा" एक प्रेरणादायक और भावनात्मक फिल्म है. 

फिल्म - मैं लड़ेगा 
निर्देशक - गौरव राणा 
कास्ट - आकाश प्रताप सिंह, गंधर्व देवान, ज्योति गौबा, अश्वत भट्ट, वल्लरी विराज 
रेटिंग: 4
ड्यूरेशन - 2 घंटे 28 मिनट