अफ्रीका के साहिल में अपनी जड़े मजबूत कर रहा है आतंकवाद: संयुक्त राष्ट्र महासचिव
उन्होंने कहा, ‘आतंकवाद एक अंताराष्ट्रीय मुद्दा है और साहिल में बढ़ रहे आतंकवाद, मानव तस्करी, असलहा तस्करी, सीमा-पार की समस्याओं से निपटने में सभी अंतर्राष्ट्रीय समुदायों को अपना योगदान देना होगा.’
संयुक्तराष्ट्र:
संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा है कि अफ्रीका के साहिल में आतंकवाद अपनी जड़ें जमा रहा है जिसके परिणामस्वरुप क्षेत्र में हिंसा बढ़ गयी है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बुधवार को पेश की गई रिपोर्ट में गुतारेस ने कहा कि अफ्रीका में आतंकवाद अपने पांव फैला रहा है और इससे विशेष रुप से बुर्कीना फासो और माली में जातीय हिंसा तनाव बढ़ रहा है और क्षेत्र अस्थिर हो रहा है. गुतारेस ने कहा कि् बुर्कीना फासो, माली, नाइजर, चाड, मॉरिटानिया और अफ्रीकी महाद्वीप के अन्य क्षेत्रों द्वारा स्थापित जी5 साहिल बल को साहिल में आतंकवाद से मुकाबला करने के लिए अतिरिक्त समर्थन की आवश्यकता होगी.
यह भी पढ़ें: भारतीय सेना से लड़ने के लिए कश्मीरियों को पाक देता था ट्रेनिंग, परवेज मुशर्रफ का बड़ा बयान
उन्होंने कहा, ‘आतंकवाद एक अंताराष्ट्रीय मुद्दा है और साहिल में बढ़ रहे आतंकवाद, मानव तस्करी, असलहा तस्करी, सीमा-पार की समस्याओं से निपटने में सभी अंतर्राष्ट्रीय समुदायों को अपना योगदान देना होगा.’ महासचिव ने कहा कि साहिल में इन समस्याओं का कारण गरीबी, कमजोर सरकार और उचित न्याय व्यवस्था का अभाव है. साथ ही, जलवायु परिवर्तान और प्राकृतिक संसाधनों का अभाव भी स्थिति को बदतर कर दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि बढ़ती हिंसा ने लोगों का जीवन प्रभावित कर दिया है.
यह भी पढ़ें: BRICS Summit: प्रधानमंत्री मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति बोलसोनारो के साथ की कई मुद्दों पर ‘सार्थक’ वार्ता
इस वर्ष जनवरी से ही 1500 से अधिक लोग आंतरिक तौर इन पांच देशों में ही विस्थापित हो गए हैं. यह आंकड़ा पिछले वर्ष से दुगुना है. बुर्कीना फासो में इस वर्ष 4,86,000 लोग विस्थापित हुए जबकि पिछले वर्ष यह संख्या 80,000 थी. गुतारेस की रिपोर्ट जी5 साहिल बल पर केंद्रित थी जिसके अनुसार बल को उचित प्रशिक्षण और अच्छी क्षमता वाले उपकरणों की कमी का सामना करना पड़ रहा है. गुतारेस के अनुसार पश्चिम अफ्रीकी क्षेत्रीय समूह इकोवास के नेताओं ने सितंबर में हुए एक शिखर सम्मेलन में आतंकवाद से लड़ने के लिए 10 करोड़ अमेरिकी डॉलर की सहायता करने की प्रतिज्ञा ली थी. गुतारेस ने संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा सेना को आर्थिक मदद देने के प्रावधान को फिर से दोहराया. इस प्रावधान को अमेरिका और अन्य देशों ने अब तक बाधित कर रखा है. कार्यवाहक अमेरिकी राजदूत जोनाथन कोहेन ने मई में कहा था कि ट्रंप सरकार जी5 बल को द्विपक्षीय सहायता देने का समर्थन करता है.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Aaj Ka Panchang 29 March 2024: क्या है 29 मार्च 2024 का पंचांग, जानें शुभ-अशुभ मुहूर्त और राहु काल का समय
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Vastu Tips for Car Parking: वास्तु के अनुसार इस दिशा में करें कार पार्क, किस्मत बदलते नहीं लगेगा देर
-
Importance of Aachman: हिन्दु धर्म में आचमन का क्या मतलब है? जानें इसके महत्व, विधि और लाभ