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कोरोना वायरस की वैक्सीन जल्द हो सकती है तैयार, यहां के वैज्ञानिकों को मिली बड़ी सफलता

अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के वैज्ञानिकों ने कोरोना का टीका ढूंढने में सफलता हासिल कर ली है.

Updated on: 20 Feb 2020, 06:44 PM

नई दिल्ली:

कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. चीन से निकल कर कोरोना वायरस दुनिया के 28 देशों में फैल चुका है. चीन में जहां मरने वालों की संख्या 2000 से ज्यादा पहुंच गई है. वहीं चीन के बाहर भी कोरोना वायरस ने कई लोगों की जान ले ली है. कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए वैज्ञानिक लगातार इलाज का तरीका खोज रहे हैं. इस बीच एक अच्छी खबर सामने आ रही है. वैज्ञानिकों ने 3-डी एटॉमिक स्केल मैप तैयार कर लिया है.

पीटीआई के मुताबिक अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के वैज्ञानिकों ने कोरोना का टीका ढूंढने में सफलता हासिल कर ली है. चीन के वैज्ञानिकों द्वारा अमेरिकी वैज्ञानिकों को उपलब्ध कराए गए वायरस के जेनेटिक कोड की मदद से सफलता हासिल की गई है.

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3-डी एटॉमिक स्केल को दुनियाभर के वैज्ञानिकों को करेंगे साझा

बताया जा रहा है कि ये वैज्ञानिक इस 3-डी एटॉमिक स्केल को दुनियाभर के वैज्ञानिकों को साझा करेंगे, ताकि इस पर और अधिक शोध हो सके. उनका मानना है कि इसकी मदद से इम्यून सिस्टम को वायरस से लड़ने के लिए तैयार करना संभव हो पाएगा.

स्पाइक प्रोटीन का इमेज बनाया गया और फिर साइंस जनरल में हुआ प्रकाशित

अमेरिकी वैज्ञानिकों ने वायरस के जेनेटिक कोड का अध्ययन किया. फिर उन्होंने स्टेबलाइजर सैंपल बनाया, जिसे स्पाइक प्रोटीन कहा जाता है. कोरोना वायरस पर अध्यन कर रहे टीम के सदस्यों ने कटिंग एज तकनीक के जरिए स्पाइक प्रोटीन का इमेज बनाया और फिर अपने शोध के निष्कर्षों को साइंस जरनल में प्रकाशित करवाया.

जानकारी की मानें तो स्पाइक प्रोटीन के जरिए कोरोना का वैक्सीन तैयार किया जा सकता है.

कोरोना की वजह से अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर

बता दें कि चीन से शुरू हुए कोरोना वायरस के संक्रमण का असर जून के बाद भी बना रहा तो वैश्विक आर्थिक वृद्धि करीब एक प्रतिशत नीचे आ सकती है. डन एंड ब्रॉडस्ट्रीट की एक रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस के संक्रमण का चीन की अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर दिखने लगा है. इसका दुष्प्रभाव वैश्विक कंपनियों पर बढ़ता जाएगा. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस वायरस के संक्रमण को 30 जनवरी को वैश्विक चिकित्सकीय आपातकाल घोषित किया है.

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कोरोना वायरस से पीड़ित भारतीयों की संख्या 8 हुई

इधर, जापान तट के पास अलग-थलग खड़े क्रूज पोत पर एक और भारतीय कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है जिसे अस्पताल भेज दिया गया है. इसके साथ ही ‘डायमंड प्रिंसेस’ नाम के इस पोत पर इस विषाणु से संक्रमित होने वाले भारतीयों की संख्या आठ हो गई है. पोत गत तीन फरवरी को तोक्यो के नजदीक योकोहामा पहुंचा था जिसमें सवार 3,711 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों में से 621 लोग घातक कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं.

वहीं, चीन में कोरोना वायरस संक्रमण के पिछले करीब एक महीने से रोजाना दर्ज होने वाले नए मामलों की संख्या गुरुवार को सबसे कम रही. राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि हुबेई प्रांत में गुरुवार को 628 और देश के अन्य हिस्सों में 45 नए मामले दर्ज किए गए.