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सऊदी अरब ने मानी भारत की 'ताकत', पेट्रोलियम हब बनाने का किया वादा

सऊदी अरब के विदेश मंत्री अदेल बिन अहमद अल-जुबेर ने कहा है कि भंडारण सुविधाओं के निर्माण और रिफाइनरी को मजबूत करने में उनका देश अरबों डॉलर निवेश करेगा.

Updated on: 24 Feb 2019, 11:21 PM

नई दिल्ली:

हाल ही में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस सलमान ने भारत का दौरा किया. दोनों देशों के बीच कई क्षेत्र में करार हुआ है. इस दौरे के बाद अब सऊदी अरब कच्चे तेल की आपूर्ति के लिए भारत को क्षेत्रीय केंद्र बनाने पर विचार कर रहा है. सऊदी अरब के विदेश मंत्री अदेल बिन अहमद अल-जुबेर ने कहा है कि भंडारण सुविधाओं के निर्माण और रिफाइनरी को मजबूत करने में उनका देश अरबों डॉलर निवेश करेगा. दुनिया का सबसे बड़ा तेल निर्यातक सऊदी अरब भारत में पेट्रोलियम प्रॉडक्ट्स के डिस्ट्रीब्यूशन और मार्केटिंग क्षेत्र में भी निवेश करेगा.

इतना ही नहीं सऊदी अरब ने यह भी कहा है कि वो भारत को पेट्रोरसायन क्षेत्र में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में मदद भी करेगा. सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के प्रतिनिधिमंडल में शामिल विदेश मंत्री ने कहा कि उनका देश भारत को बढ़ती आर्थिक शक्ति के रूप में देखता है और उसकी आगे की वृद्धि को लेकर आशावान है.

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अल जुबेर ने कहा, 'हम भारत को क्षेत्र में कच्चे तेल की आपूर्ति का केंद्र बनाने पर गौर कर रहे हैं. हम यहां भंडारण सुविधाएं बनाने पर विचार कर रहे हैं. हम रिफाइनरी और डिस्ट्रीब्यूशन और मार्केटिंग क्षेत्र पर भी गौर कर रहे हैं.

अल-जुबेर ने कहा, 'हम भारत की भागीदारी के साथ 44 अरब डॉलर की लागत सबसे बड़ा रिफाइनरी परिसर बना रहे हैं.' उन्होंने कहा, 'हम भारत को एक बढ़ती आर्थिक शक्ति और एक स्थिर व अवसरों वाले देश के रूप में देख रहे हैं. इसीलिए हम भारत के साथ बेहतर और मजबूत संबंध चाहते हैं.'