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इमरान खान का 'कबूतर' US गया था जम्मू-कश्मीर पर समर्थन मांगने, दांव पर लगा आया पीओके (POK)

कश्मीर के मसले पर अपने पक्ष में माहौल बनाने के गए राजा फारुक हैदर उलटे पीओके (POK) को ही दांव पर लगा आए हैं.

Updated on: 06 Sep 2019, 03:03 PM

highlights

  • पाक अधिकृत कश्मीर के पीएम राजा फारुख हैदर गए थे अमेरिका जम्मू-कश्मीर पर समर्थन जुटाने.
  • हुआ उलटा और इमरान खान का यह 'कबूतर' वहां पाक अधिकृत कश्मीर को ही दांव पर लगा आया.
  • जम्मू-कश्मीर मसले पर इमरान खान का हर दांव पर पड़ रहा उलटा.

नई दिल्ली:

कश्मीर मसले पर पाकिस्तान (Pakistan) के वजीर-ए-आजम इमरान खान (Imran Khan) हर दांव चल कर मुंह की खा नहीं चुके, बल्कि मुंह के बल गिर चुके हैं. यह अलग बात है कि इसके बावजूद उनके ताजिये ठंडे नहीं पड़े हैं. ऐसे में उन्होंने इस बार पाक अधिकृत कश्मीर के प्रधानमंत्री राजा फारूक हैदर को 'कबूतर' बनाकर अमेरिका (US)भेजा था. वह चाहते थे कि उनका यह 'कबूतर' जम्मू-कश्मीर पर 'भारत विरोधी पूर्वाग्रह से प्रेरित संदेश' पहुंचा अमेरिकी राजनीतिज्ञों का जनसमर्थन हासिल कर ले. हालांकि यहां भी उन्हें नाकामी ही हाथ लगी.

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पीओके में यूएन मिशन को दे दी रजामंदी
यह तब है जब पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम इमरान खान के 'टट्टू' राजा फारुख हैदर ने शीर्ष अमेरिकी थिंक टैंक में दक्षिण एशिया के विशेषज्ञों सहित कई अमेरिकी नीति निर्माताओं से मुलाकात की. इसमें लॉबीइंग के काम में सिद्धहस्त लोगों का समूह भी था. हालांकि राजा साहब ने उलटे इमरान खान के लिए और बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी. बताते हैं कि 26 अगस्त को वुडरो विल्सन सेंटर में आयोजित बैठक में दक्षिण एशिया के वरिष्ठ विशेषज्ञ माइकल कुग्लमैन ने जम्मू-कश्मीर और पीओके पर हैदर की राय मांगी, तो उन्होंने पीओके में यूएन की फैक्ट फाइंडिंग मिशन को जांच की अनुमति देने की बात कर दी. गौरतलब है कि इससे पहले आज तक पाकिस्तान ने किसी भी यूएन मिशन को पाक अधिकृत कश्मीर में जांच करने की इजाजत नहीं दी है.

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जुल्फिकार अली भुट्टो पर भी साधा निशाना
'कबूतर' राजा फारुक हैदर की 'गुटरगूं' अगर यहीं थम जाती, तो भी गनीमत थी. इस बैठक के बाद यूनाइटेड स्टेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ पीस में आयोजित बैठक में उन्होंने पाक अधिकृत कश्मीर में पाकिस्तान का संविधान लागू करने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो को दोषी करार दे दिया. यही नहीं, बड़बोलेपन का परिचय देते हुए उन्होंने कहा कि पीओके की स्वायत्तता को भुट्टो ने ही खत्म कर दिया. इस तरह देखा जाए तो कश्मीर के मसले पर अपने पक्ष में माहौल बनाने के गए राजा फारुक हैदर उलटे पीओके को ही दांव पर लगा आए हैं.

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पाकिस्तान के रहमों-करम पर निर्भर है 'कबूतर'
गौरतलब है कि पाक अधिकृत कश्मीर को पाकिस्तान आजाद कश्मीर का दर्जा देता है. हालांकि वहां पाकिस्तान का संविधान लागू है. यही नहीं, वहां का हर राजनेता पाकिस्तान के इशारों पर चलता है. आजादी जैसी कोई भी बात इस क्षेत्र में लागू नहीं होती. पूरे पीओके में पाक सेना का जाल फैला हुआ है. अमेरिकी थिंक टैंक के एक सदस्य ने बताया कि पीओके के प्रधानमंत्री राजा हैदर ने जम्मू और कश्मीर में सशस्त्र स्वतंत्रता संग्राम का समर्थन किया. यह सीमा पार से आतंकवाद को प्रोत्साहित करने का सीधा मामला है.