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UN (United Nation) के मंच से पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का पंच, क्‍या झेल पाएगा पाकिस्‍तान (Pakistan)

pm narendra modi to address united nation general assembly : पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के संबोधन से पहले पाकिस्‍तान (Pakistan) का खेमा सहमा हुआ है. पाकिस्‍तानी मीडिया (Pakistan Media) में भी पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) के संबोधन (PM Narendra Modi Address to UNGA) का खौफ साफ देखा जा सकता है.

Updated on: 27 Sep 2019, 04:11 PM

नई दिल्‍ली:

PM Narendra Modi to address United Nation General Assembly : संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा (United Nation General Assembly) के 74वें सत्र को आज शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) शाम (भारतीय समयानुसार) को संबोधित करेंगे. पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) के बाद पाकिस्‍तान (Pakistan) के पीएम इमरान खान (PM Imran Khan) भी UNGA को संबोधित करेंगे. हालांकि पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के संबोधन से पहले पाकिस्‍तान (Pakistan) का खेमा सहमा हुआ है. पाकिस्‍तानी मीडिया (Pakistan Media) में भी पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) के संबोधन (PM Narendra Modi Address to UNGA) का खौफ साफ देखा जा सकता है.

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जम्‍मू-कश्‍मीर (Jammu and Kashmir) में अनुच्‍छेद 370 (Article 370) को निष्‍प्रभावी किए जाने के बाद पहली बार पीएम नरेंद्र मोदी संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा को संबोधित करेंगे. बताया जा रहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी के संबोधन के दौरान पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान वहां मौजूद रह सकते हैं. आज के सत्र में पीएम मोदी का संबोधन 7वें और इमरान खान का संबोधन 10वें नंबर पर लिस्‍टेड है. संयुक्‍त राष्‍ट्र की महासभा 24 सितंबर से शुरू हुई है, जो 30 सितंबर तक चलेगी. महासभा को करीब 112 राष्ट्राध्यक्ष, करीब 48 शासनाध्यक्ष और 30 से अधिक विदेश मंत्री संबोधित करने के लिए अमेरिका के शहर न्‍यूयार्क पहुंचे हैं.

ये मुद्दे उठा सकते हैं पीएम मोदी

  • साइबर टेररिज्‍म (Cyber Terrorism)
  • सुरक्षा परिषद में भारत की स्‍थायी सदस्‍यता (Permanent Membership in Security Council)
  • आतंकवाद (Terrorism)
  • जलवायु परिवर्तन (Climate Change)

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जम्‍मू-कश्‍मीर में प्रशासनिक बदलाव के बाद पाकिस्‍तान के हाय-तौबा मचाने के बाद भी विश्‍व समुदाय ने भारत का ही साथ दिया है. पीएम नरेंद्र मोदी की कूटनीति के पंच से पाकिस्‍तान असहाय हुआ पड़ा है. फिर भी वह नापाक कोशिशों से बाज नहीं आ रहा है. भारत को परमाणु युद्ध की धमकी देने के बाद भी इमरान खान की बात को गंभीरता से लेने वाला कोई देश सामने नहीं आया है. दूसरी ओर भारत ने स्‍पष्‍ट कर दिया है कि न केवल जम्‍मू-कश्‍मीर, बल्‍कि पीओके भी उसका अभिन्‍न हिस्‍सा है. भारत का यह भी कहना है कि कश्मीर उसका आंतरिक मामला है और आतंकी गुटों का सफाया किए बिना पाकिस्‍तान से बातचीत संभव नहीं है.

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भारत ने संकेत दिया है कि संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा में कश्मीर एवं अनुच्छेद 370 के मामले को तवज्जो नहीं देंगे. इसके बदले वे बदलती दुनिया के बड़े मुद्दों खासकर बहुपक्षीय वैश्विक व्यवस्था के मुद्दे पर भारत की आकांक्षा एवं भूमिका को स्‍पष्‍ट करेंगे. 19 सितंबर को नई दिल्ली में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा था कि भारत इस बार साइबर टेररिज्‍म पर फोकस करेगा, जो उभरती हुई चुनौती है.

दूसरी ओर, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अपने संबोधन में कश्मीर मुद्दा उठाएंगे. यह भी खबर है कि भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ प्रदर्शन के लिए पाकिस्‍तान ने मानवाधिकार संगठनों को लामबंद करने का निर्देश दिया है.