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G7 Summit में शामिल होने फ्रांस पहुंचे पीएम मोदी ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री से की मुलाकात, इन मुद्दों पर हुई चर्चा

फ्रांस में जी-7 शिखर सम्मेलन (G7 Summit) में शामिल होने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी रविवार को एअर इंडिया के विमान से बहरीन से बिआरिट्ज पहुंचे.

Updated on: 25 Aug 2019, 11:47 PM

नई दिल्ली:

फ्रांस में जी-7 शिखर सम्मेलन (G7 Summit) में शामिल होने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी रविवार को एअर इंडिया के विमान से बहरीन से बिआरिट्ज पहुंचे. यहां पीएम नरेंद्र मोदी ने ब्रिटेन (यूनाइटेड किंगडम) के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से मुलाकात की. इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा हुई. इसके अलावा व्यापार, निवेश, रक्षा और सुरक्षा और शिक्षा क्षेत्र में मिलकर काम करने पर चर्चा हुई.

इसके बाद फ्रांस में चल रहे जी-7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से मिले. प्राथमिक जानकारी के मुताबिक, दोनों नेताओं के बीच पर्यावरण, आतंकवाद, वैश्विक परिदृश्य पर व्यापक चर्चा हुई. पीएम मोदी सोमवार को राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात करेंगे. दोनों नेताओं के बीच कश्मीर मुद्दे पर विस्तृत चर्चा हो सकती है. 

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फ्रांस के बिआरिट्ज शहर में पीएम नरेंद्र मोदी को गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया. बता दे कि उन्होंने शनिवार को बहरीन में भारतीय समुदायों को संबोधित किया था. बता दें कि जी-7 (G-7) में भारत सदस्य नहीं है. इसके बावजूद भारत को आमंत्रित किया गया है. इसके पीछे कारण भारत की वैश्विक पटल पर बढ़ती ताकत है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए फ्रांस के बिआरिट्ज शहर पहुंच गए हैं.

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इस बार सदस्य देशों के अलावा उन देशों को भी आमंत्रित किया है जो दुनिया की राजनीति में मजबूत स्थान रखते हैं. भारत का इस लिस्ट में पहले नंबर पर नाम है. इस शिखर सम्मेलन में भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और स्पेन को भी बुलाया गया है. वहीं, अफ्रीकी देशों की बात करे तो रवांडा और सेनेगल इस शिखर सम्मेलन में शिरकत करेंगे.

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बता दें कि जी-7 के सदस्य कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, जापान, ब्रिटेन, इटली और अमेरिका हैं. जी-7 दुनिया के सात विकसित देशों का एलीट क्लब है. जो विश्व की अर्थव्यवस्था की दिशा तय करती है. इन देशों का दुनिया की 40 प्रतिशत जीडीपी पर कब्जा है. पीएम नरेंद्र मोदी तीन देशों की पांच दिवसीय यात्रा पर हैं. यह दौरा 22 अगस्त से 26 अगस्त तक रहेगा. विदेश मंत्रालय ने बताया कि जी-7 में भारत को न्यौता बड़ी आर्थिक शक्ति और फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों के साथ निजी संबंध का सबूत है. इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी जलवायु, वातावरण समुद्री सुरक्षा और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन पर सेशन को संबोधित करेंगे.

जी-7 सम्मेलन हुआ शुरू

जी-7 शिखर सम्मेलन के आधिकारिक रूप से रविवार को शुरू होने के साथ सभी नेताओं ने गोलमेज चर्चा में भाग लिया. इसमें यह सामने आया कि फ्रांस के राष्ट्रपति एमानुएल मैक्रों को ईरान से परमाणु समझौते को लेकर वार्ता का नेतृत्व करने का कार्य सौंपा गया.फ्रांस, इटली, जर्मनी, ब्रिटेन,अमेरिका, कनाडा, जापान व यूरोपीय संघ (ईयू) के प्रमुखों ने शिखर सम्मेलन की शुरुआत अपनी बैठक के चित्र और ट्वीट 'यह कार्रवाई करने का समय है' से की.मैक्रों को वार्ता आयोजित करने व ईरान को संदेश देने का कार्य सौंपा गया है.