logo-image

भारत की बात सबका साथ: दुनिया में भारत की बढ़ी धाक, आंख मिला कर बात करना हमारी विदेश नीति-मोदी

ब्रिटेन के दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लंदन में भारतीय आबादी के साथ 'भारत की बात सबके साथ' खुलकर संवाद किया। बातचीत के दौरान मोदी ने अपनी सरकार की उपलब्धियों का विस्तार से बखान किया।

Updated on: 19 Apr 2018, 12:08 AM

highlights

  • भारत की बात सबके साथ में मोदी ने कहा देश में समस्याओं की कमी लेकिन उससे ज्यादा समाधान
  • मोदी ने कहा कि लोकतंत्र कोई 'कॉन्ट्रैक्ट एग्रीमेंट' नहीं है, इसमें भागीदारी की भावना सबसे जरूरी होती है

नई दिल्ली:

ब्रिटेन के दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लंदन में भारतीय आबादी के साथ 'भारत की बात सबके साथ' खुलकर संवाद किया। 

उन्होंने कहा कि पिछले चार सालों के दौरान देश में तेजी से बदलाव आ रहा है और हमारी सरकार इन बदलावों को पूरा समर्थन दे रही है, जिसकी वजह से वैश्विक मंच पर भारत की धाक बढ़ी है।

मोदी ने कहा कि दुनिया के नक्शे पर यह बात अब समझी जाने लगी है कि भारत बदलने लगा है और मेरी कोशिश देश में विकास को 'जन आंदोलन' बनाने की है।

मोदी ने कहा कि गांधी ने आजादी को आंदोलन बनाया और मैं 'विकास' को 'जन आंदोलन' बनाने की कोशिश कर रहा हूं।

वैश्विक मंच पर तेजी से बदल रहे भारत की हैसियत के बारे में पूछे जाने पर मोदी ने कहा, 'क्या आपको नहीं लगता कि आपके पासपोर्ट की ताकत में इजाफा हुआ है।'

उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में भारत का लोहा माना जाता है। ऐसा इसलिए नहीं क्योंकि भारत एक बड़ा बाजार है बल्कि अपनी संतुलित नीतियों की वजह से उसे यह कद मिला है।

मोदी ने कहा, 'मैं प्यार से सऊदी अरब जाकर वहां के सबसे बड़ा सम्मान भी हासिल करुंगा वहीं भारत की ऊर्जा सुरक्षा के लिए ईरान भी जाउंगा।'

मोदी ने कहा, ऐसा क्या था जो भारतीय प्रधानमंत्री को इजराइल जाने से रोक रहा था। उन्होंने कहा, 'मैं इजराइल भी जाऊंगा और फिलीस्तीन भी।'

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में समस्याओं की कमी है लेकिन समाधानों की कमी नहीं है और इसके लिए लोगों को साथ लाने की मेरी कोशिश होती है।

देश में भागीदारी आधारित लोकतंत्र की जरूरत बल देते हुए मोदी ने कहा कि लोकतंत्र कोई 'कॉन्ट्रैक्ट एग्रीमेंट' नहीं है, इसमें भागीदारी की भावना सबसे जरूरी होती है।

मोदी ने कहा कि देश में जो भी बदलाव हुए हैं, उसके लिए मैं बस माध्यम हूं। यह देश की जनता की तरफ से लाया गया बदलाव है।

उन्होंने कहा, 'मैं टीम इंडिया में विश्वास रखता हूं। यह किसी व्यक्ति का निजी काम नहीं है।'

प्रधानमंत्री ने कहा कि मैंने देशवासियों को यह भरोसा दिलाया था कि मैं गलतियां कर सकता हूं लेकिन गलत इरादे से कोई काम नहीं करुंगा।

मोदी ने इस दौरान भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस पर तंज कसा।

देश में गरीबी को ध्यान में रखकर बनाई गई नीतियों का हवाला देते हुए मोदी ने गरीबी और भ्रष्टाचार के लिए इशारों-इशारों में कांग्रेस और पिछली सरकार की 'कमजोर इच्छाशक्ति' और 'नीतिगत पंगुता' को जिम्मेदार ठहराया।

कांग्रेस पर तंज कसते हुए मोदी ने कहा कि देश में गरीबी सरकार की नीतियों से मिटती है, न कि गरीबी हटाओ के नारे से। उन्होंने कहा, 'गरीबी मेरा निजी अनुभव है और इसे समझने के लिए मुझे किताबें पढ़ने की जरूरत नहीं है।'

कार्यक्रम की शुरुआत में प्रसून जोशी के 'रेलवे से रॉयल पैलेस' के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ' यह तुकबंदी आपके लिए सरल है लेकिन मेरे लिए यह रास्ता काफी कठिन था।'

उन्होंने कहा कि जहां तक रेलवे स्टेशन की बात है तो वह मेरी अपनी व्यक्तिगत कहानी है। वह मेरी जिंदगी के संघर्ष का दौर था। रेलवे की यात्रा ने उसने मुझे जीना और जूझना सिखाया। रेलवे ने मुझे बताया कि जिंदगी अपने लिए नहीं औरों के लिए हो सकती है। यह मैनें बचपन से सीखा समझा।

मोदी ने कहा, 'रॉयल पैलेस नरेंद्र मोदी का नहीं है। यह मेरी कहानी नहीं है। यह रॉयल पैलेस सवा सौ करोड़ हिन्दुस्तानी के संकल्प का परिणाम है। रेल की पटरी वाला मोदी ही मोदी है। रॉयल पैलेस वाला मोदी एक सेवक है। यह हमारे लोकतंत्र की ताकत है।'

और पढ़ें: SC में आधार पर UIDAI की दलील, कोई भी कानून खामी रहित नहीं