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भारत के नए सेनाध्‍यक्ष के बयान से पाकिस्‍तान को लगी मिर्ची, तिलमिलाकर कही यह बात

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 'हम नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में एहतियात के तौर पर हमला करने के भारत के नए सेना प्रमुख के गैर जिम्मेदाराना बयान को खारिज करते हैं.'

Updated on: 02 Jan 2020, 10:23 AM

नई दिल्‍ली:

भारत के नए सेनाध्‍यक्ष मनोज मुकुंद नरवणे (Manoj Mukund Naravane) ने पदभार संभालने के बाद कहा था, भारत को आतंकी खतरे वाले स्रोतों पर एहतियातन हमला करने का अधिकार है. जाहिर था सेनाध्‍यक्ष के बयान से पाकिस्‍तान को मिर्ची लगी होगी. अब पाकिस्‍तान ने सेनाध्‍यक्ष नरवणे के बयान की निंदा की है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 'हम नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में एहतियात के तौर पर हमला करने के भारत के नए सेना प्रमुख के गैर जिम्मेदाराना बयान को खारिज करते हैं.'

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पाकिस्‍तानी विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा है, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भारत के आक्रामक कदम को विफल करने के पाकिस्तान के निश्चय और तैयारी पर कोई संदेह नहीं होना चाहिए. किसी को भारत के बालाकोट दुस्साहस के बाद पाकिस्तान के मुंहतोड़ जवाब को नहीं भूलना चाहिए.

अपना पदभार संभालने के बाद आर्मी चीफ ने कहा, हमने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ 'दृढ़ संकल्पित दंडात्मक जवाब' की रणनीति बनायी है. देश के 28 वें सेना प्रमुख ने कहा, अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त किए जाने के बाद घाटी में स्थिति सुधरी है. हिंसा की घटनाएं कम हो गयी हैं. आतंकवादियों की करतूतों पर लगाम लगी है. निस्संदेह बहुत सारे सुधार हुए हैं.

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चीन के साथ लगी 3500 किलोमीटर की सीमा पर सुरक्षा चुनौतियों के बारे में पूछे जाने पर जनरल नरवाने ने कहा हम उत्तरी सीमा के पास क्षमता निर्माण में सुधार करना जारी रखेंगे ताकि जरूरत पड़ने पर हम तैयार रहें . उन्होंने कहा, वुहान शिखर सम्मेलन के बाद सीमा के पास अमन-चैन बनाए रखने, मतभेदों को सुलझाने और इसे विवाद का रूप देने से बचने के लिए दोनों देशों ने अपने-अपने बलों के लिए रणनीतिक दिशा-निर्देश जारी किये.