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पाकिस्तान के राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने भारत को बताया शांति की राह में 'रोड़ा'

पाकिस्तान के राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने कहा है कि दक्षिण एशिया में भारत शांति की राह में बहुत बड़ा रोड़ा है।

Updated on: 01 Jun 2017, 10:39 PM

नई दिल्ली:

पाकिस्तान के राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने कहा है कि दक्षिण एशिया में भारत शांति की राह में बहुत बड़ा रोड़ा है। पाकिस्तानी राष्ट्रपति ने गुरुवार को नेशनल असेंबली को संबोधित करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर का मामला भारत-पाकिस्तान विभाजन का 'अधूरा एजेंडा' है।

कश्मीर को उपमहाद्वीप के बंटवारे का 'अधूरा' एजेंडा बताते हुए राष्ट्रपति ने कहा, 'भारत दक्षिण एशिया में शांति के लिए बड़ी बाधा बन गया है।' उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान के शांति प्रयासों पर सकारात्मक जवाब की बजाए भारत ने कुलभूषण जाधव, आतंकवादियों और अन्य जासूसों को भेजा।'

पाकिस्तानी अखबार 'डॉन' के मुताबिक, ममनून हुसैन ने देश की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कश्मीर मुद्दे को लेकर पाकिस्तान और भारत के बीच कड़वे द्विपक्षीय संबंधों के बारे में कहा।

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पाकिस्तान की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति हुसैन को विपक्ष का विरोध भी झेलना पड़ा। विपक्षी सांसदों ने इस दौरान 'गो नवाज गो' जैसे सरकार विरोधी नारे लगाए।

शोर शराबे के बाद विपक्ष ने सदन से वाकआउट भी किया। विपक्ष की दलील है कि सरकार ने बजट के दौरान विपक्षी नेताओं के भाषण का सरकारी चैनल पीटीवी पर सीधा प्रसारण करने से रोक दिया है।

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