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प्रेस की आजादी पर इमरान खान के बयान को RSF ने 'बेशर्मी' बताया, जानें ऐसा क्यों कहा

मीडिया के मामलों पर नजर रखने वाली वैश्विक संस्था रिपोर्टर्स विदआउट बार्डर्स (आरएसएफ) ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के मीडिया की आजादी को लेकर दिए गए बयान की निंदा की है.

Updated on: 01 Aug 2019, 08:12 PM

नई दिल्ली:

मीडिया के मामलों पर नजर रखने वाली वैश्विक संस्था रिपोर्टर्स विदआउट बार्डर्स (आरएसएफ) ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के मीडिया की आजादी को लेकर दिए गए बयान की निंदा की है. इमरान ने अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान सवालों के जवाब में कहा था कि पाकिस्तान में मीडिया पर कोई पाबंदी नहीं है और यह पूरी तरह से आजाद है. उन्होंने यहां तक कहा था कि यह कहना एक 'मजाक' है कि पाकिस्तान में मीडिया पर रोक है.

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इमरान खान ने कहा था कि पाकिस्तानी मीडिया, ब्रिटेन की मीडिया से भी अधिक आजाद है और 'सच तो यह है कि यह कुछ अधिक ही आजाद है. पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, अपनी प्रतिक्रिया में आरएसएफ महासचिव क्रिस्टोफ डेलोएरे ने इमरान को संबोधित करते हुए लिखा, यह साफ है कि या तो आपको ना के बराबर जानकारी दी गई है, और अगर ऐसा है तो आप अपने आसपास के लोगों को तुरंत हटा दें, या फिर आप जान बूझकर तथ्यों को छिपा रहे हैं जोकि आपके जिम्मेदार पद को देखते हुए एक गंभीर बात है.

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आरएसएफ महासचिव ने कहा कि इमरान का यह कहना 'बेशर्मी' जैसा ही है कि पाकिस्तान में प्रेस की आजादी परवान चढ़ रही है. उन्होंने इमरान से आग्रह किया कि वह 'पाकिस्तानी पत्रकारों को अपनी पेशागत जिम्मेदारियों पूरी सुरक्षा व आजादी के साथ निभाने दें.' जुलाई में इमरान सरकार ने मीडिया पर तगड़ा प्रहार करते हुए आलोचनात्मक कवरेज को 'देशद्रोह जैसा' बताने से भी परहेज नहीं किया था.