logo-image

पाकिस्तान के इमरान सरकार का तख्ता पलट तय, चीन का लहराएगा झंडा!

पाकिस्तान (Pakistan) की आर्थिक स्थिति बेहद ही खराब है. चीन (China) से पाकिस्तान इतना कर्ज ले चुका है कि अब उसे समझ नहीं आ रहा है कि उसे चुकाने के लिए किसके सामने हाथ फैलाए.

Updated on: 04 Oct 2019, 05:46 PM

highlights

  • कंगाल पाकिस्तान चीन (China) का बना सबसे बड़ा कर्जदार
  • पाकिस्तान ने IMF से करीब तीन गुना ज्यादा कर्ज ले रखा है
  • पाकिस्तान को 2022 तक दोनों को चुकानी है बड़ी रकम 

नई दिल्ली:

पाकिस्तान (Pakistan) की आर्थिक स्थिति बेहद ही खराब है. चीन (China) (China) से पाकिस्तान इतना कर्ज ले चुका है कि अब उसे समझ नहीं आ रहा है कि उसे चुकाने के लिए किसके सामने हाथ फैलाए. फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FTF) ने पहले से ही उसपर ब्लैक लिस्ट करने की तलवार लटका रखी है. इसके पीछे आतंकवाद है जो पाकिस्तान में फल-फूल रहा है.

पाकिस्तान के कर्ज का आलम यह है कि उसने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से ज्यादा चीन (China) से कर्ज ले रखा है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के मुताबिक पाकिस्तान के पास चीन (China) का 6.7 अरब डॉलर का कॉमर्शियल लोन बकाया है, जिसे उसे 2022 के जून महीने तक चुकता करना है. वहीं पाकिस्तान जो आर्थिक तंगहाली से जूझ रहा है उसे आईएमएफ (IMF) ने रहम खाकर 2.8 अरब डॉलर की सहायता दी है. इस रकम को भी उसे तीन साल यानी 2022 में ही चुकाना है. बताया जाता है कि बेल्ट एंड रोड शुरू होने के बाद पाकिस्तान का कर्ज बढ़ता चला गया. चीन (China) से ज्यादा कर्ज 2 साल पहले लिया गया जब पाकिस्तान का डॉलर जो रिजर्व में रखा था वो खत्म हो रहा था, इसलिए सरकार ने कर्ज लेना शुरू कर दिया.

इसे भी पढ़ें:अयोध्या विवादः सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की डेडलाइन घटाई, अब 17 अक्टूबर तक पूरी करें जिरह

पाकिस्तान ने IMF से करीब तीन गुना ज्यादा चीन (China) से कर्ज ले रखा है

पाकिस्तान ने आईएमएफ से तीन गुना ज्यादा कर्ज चीन (China) से ले रखा है. ऐसे में भारत को बात-बात पर धमकी देने वाला पाकिस्तान इतनी बड़ी रकम को कैसे चुका पाएगा.

चीन (China) पाकिस्तान में कई प्रोजेक्ट्स कर रहा है. इन प्रोजेक्ट्स का काम तेजी से नहीं होने की वजह से चीन (China) पाकिस्तान से नाराज भी चल रहा है. बता दें कि चीन (China), पाकिस्तान में इकोनॉमिक कॉरिडोर (सीपीईसी) और बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) बनवा रहा है. यह चीन (China) की बहुत ही महत्वाकांक्षी परियोजना है. इन योजना का काम धीमी पड़ने की वजह से चीन (China) वैसे भी पाकिस्तान से नाराज है.

इमरान खान (Imran Khan) जाएंगे चीन (China) 

चीन (China) को मनाने के लिए पाकिस्तान पूरी कोशिश कर रहा है. अगले हफ्ते पाक पीएम इमरान खान (Imran Khan) चीन (China) के दौरे पर जाएंगे. वहां वो चीन (China) के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के सामने गिड़गिड़ाने वाले हैं. क्योंकि तंगहाली से जूझ रहे पाकिस्तान से अगर चीन (China) ने भी नजरें चुरा ली तो वो क्या करेंगा. पाकिस्तान 2022 तक चीन (China) का कर्जा कैसे उतार पाएगा. वहां इस मुद्दे समेत कई मुद्दे पर इमरान खान (Imran Khan) चीन (China) के सामने अपना रोना रो सकते हैं. 

पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम इमरान खान (Imran Khan) शी जिनपिंग के साथ अपनी मुलाकात में 60 अरब डॉलर की परियोजना जो धीमी गति से हो रही है उसे लेकर सफाई देंगे. पाकिस्तान चीन (China) को भरोसा दिलाने वाला है कि सीपीईसी परियोजना में अब कोई देरी नहीं होने देगा.

और पढ़ें:भारत ने एक साथ पाकिस्तान-मलेशिया और तुर्की को लिया निशाने पर, 'कश्मीर पर बोलने से पहले सोचे'

पाकिस्तान में तख्ता पलट का हो रहा संकेत 

सवाल यह है कि लेकिन जिस देश पर इतनी भारी मात्रा में कर्ज है वो कैसे इस परियोजना को पूरा कर पाएगा. वहीं खबर ये भी आने लगी है कि पाकिस्तान में तख्ता पलट होने वाला है. वर्दी छोड़कर इन दिनों पाकिस्तानी सेना के प्रमुख कमर बाजवा मीटिंग कर रहे हैं. गुरुवार को देश के बड़े व्यापारियों के साथ बैठक की, जिसके बाद से पाकिस्तान में तख्तापलट पर चर्चा शुरू हो गई है.